शिअद की लिस्ट में फेरबदल, इन नेताओं की वजह से शुरू हुआ विवाद
पदाधिकारियों की लिस्ट तैयार होने और भाजपा समेत बागी नेताओं को शामिल करने की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है।
अर्शदीप समर, लुधियाना: लोकसभा चुनाव को लेकर हर पार्टी खुद को मजबूत करने के लिए लगातार लोगों से जुड़ने में जुटी हुई है। वह लोकसभा चुनाव से पहले जनता के बीच यह साबित करने में लगे हैं कि उनकी पार्टी में बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं के अलावा भारी संख्या में पदाधिकारी व समर्थक हैं। पर कई बार पार्टी की लिस्ट का डाटा बढ़ाने के लिए पार्टी के सीनियर नेता अपनी गठबंधन वाली पार्टी के नेताओं को भी सूची में शामिल कर लेते हैं। इसके चलते शिरोमणि अकाली दल की नई जिला कार्यकारिणी कमेटी की लिस्ट में भाजपा पार्षद यशपाल चौधरी समेत कई भाजपाइयों को नियुक्त किया गया है। हालाकि भाजपा नेता यशपाल चौधरी पिछले 20 सालों से शिअद के नेता थे, लेकिन पिछले नगर निगम चुनाव में भाजपा की सीट से चुनाव लड़कर पार्षद बन गए थे। यही नहीं, लिस्ट में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भागी हुए नेताओं को भी शामिल किया गया है।
सुखबीर ने बागी नेताओं को दिखाया था बाहर का रास्ता
पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य मंत्री एवं शिअद के पूर्व जिला प्रधान मदनलाल बग्गा ने पार्टी से बगावत कर आजाद चुनाव लड़ा था। इस दौरान पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि सभी बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है और उन्हें कभी पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा। पर शिअद की नई लिस्ट में बग्गा के समर्थकों को ही अहम पदों पर नियुक्त कर दिया गया है। इसमें बग्गा के समर्थक बलदेव सिंह भल्ला को शिअद में सीनियर उपप्रधान, रविंदर सिंह उर्फ राजू चावला को उपप्रधान, भाजपा नेता एवं बग्गा समर्थक देसराज को शिअद ने सलेम टाबरी के वार्ड 89 का प्रधान समेत कई नेताओं को नए पदों पर नियुक्त किया गया है। इसको लेकर शिअद के सीनियर नेताओं में लगातार चर्चा हो रही है।
शिअद की नई लिस्ट पर सोशल मीडिया में गतिरोध
जिला अकाली दल की नई लिस्ट में जिला प्रधान रणजीत सिंह ढिल्लों समेत 11 सरपरस्त, 34 सीनियर उपप्रधान, 39 उपप्रधान और 50 महासचिव नियुक्त किए गए हैं। इतनी संख्या में पदाधिकारियों की लिस्ट तैयार होने और भाजपा समेत बागी नेताओं को शामिल करने की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। कई लोगों ने कमेंट्स किए हैं कि भाजपा और शिअद का गठबंधन जरूर है, लेकिन दोनों पार्टियों के नेता अलग-अलग हैं। कुछ लोगों ने कमेंट्स किए हैं कि बागी नेताओं को शिअद में शामिल नहीं करना चाहिए। कुछ ने समर्थन भी किया है।
भाजपा से गठबंधन, बागी नेताओं को लेकर करेंगे जांच: ढिल्लों
शिरोमणि अकाली दल के जिला प्रधान रणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि भाजपा के साथ शिअद का सालों से गठबंधन है। आपसी सहमती के चलते कई बार शिअद नेता भाजपा के चुनाव चिन्ह से चुनाव लड़ लेते हैं। पर वह शिअद के साथ ही हमेशा रहते हैं। वहीं, उन्होंने कहा कि अगर कोई शिअद का पदाधिकारी बागी है तो उसको लेकर जांच की जाएगी।