चुनाव से ड्यूटी हटवाने के लिए आ रहे सिफारिशी फोन, जांच के लिए कमेटी गठित
प्रशासनिक अधिकारी इन दिनों आ रही सिफारिशों के ढेर व पैरवी वाले फोन कॉल्स की भरमार से परेशान हैं। मुद्दा एक ही है चुनाव ड्यूटी कटवानी है।
राजेश शर्मा, लुधियाना। प्रशासनिक अधिकारी इन दिनों आ रही सिफारिशों के ढेर व पैरवी वाले फोन कॉल्स की भरमार से परेशान हैं। मुद्दा एक ही है चुनाव ड्यूटी कटवानी है। किसी की तबीयत ठीक नहीं है तो किसी के माता-पिता बीमार हैं। बच्चे छोटे है या फिर किसी रिश्तेदार की शादी है। इन आम वजह के अलावा चुनावी ड्यूटी कटवाने के कई और भी कारण बताए जा रहे है। लगभग हर प्रशासनिक अधिकारी इस समस्या से परेशान ही नजर आ रहा है। रिश्तेदारों, नजदीकियों के अलावा आस-पड़ोस से आ रही सिफारिशें भी अधिकारियों की परेशानी की मुख्य वजह है। इसके मद्देनजर जिला चुनाव अधिकारी डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने एडीसी विकास की चेयरमैनशिप में तीन सदस्य कमेटी का गठन किया है। कमेटी की सिफारिश पर ही कर्मचारियों की ड्यूटी काटने या बदलने का फैसला लिया जाएगा।
ड्यूटी एक्सचेंज सिफारिशों का भी चल रहा है दौर
ड्यूटी कटवाने की दरखास्त तो आ ही रही है। वहीं बड़ी संख्या में कर्मचारी अपने किसी परिचित से ड्यूटी स्थान बदलने के लिए भी सिफारिशें लगवाने में लगे हुए हैं।
डीसी ने बनाई चार मेंबरी कमेटी
विकराल हो रही इस समस्या से निपटने के लिए जिला चुनाव अधिकारी डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने चार सदस्य कमेटी का गठन किया है। इसमें एडीसी विकास चेयरमैन व तीन सदस्यों में सिविल सर्जन, जिला शिक्षा अधिकारी प्राइमरी व जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी शामिल हैं, जिस भी कर्मचारी या अधिकारी ने ड्यूटी कटवानी है उसे अपनी हेल्थ ईश्यू या फिर अन्य वजह के सबूत देने होंगे। कर्मचारी इनके पास जाएगा। कमेटी जो भी फैसला लेगी उसकी सूचना चुनाव तहसीलदार व संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर को भेजी जाएगी।
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