Protest In Ludhiana: लुधियाना में ग्लाडा टीम के बुल्डोजर के आगे बैठे कालोनाइजर, बगैर कार्रवाई के लौटे अफसर
कालोनाइजरों ने ग्लाडा अफसरों को कार्रवाई करने नहीं दी। कालोनाइजरों व ग्लाडा अधिकारियों में जमकर बहस हुई और एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे। ग्लाडा अधिकारी फिर कार्रवाई करने की बात पर अड़े रहे तो कालोनाइजर बुल्डोजर के सामने दरी बिछाकर बैठ गए।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। अवैध कालोनियों पर लगाम कसने में ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथारिटी के अफसर पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं। शहर के आसपास रोजाना नई कालोनियां काटी जा रही हैं और आम लोग कालोनाइजरों की ठगी का शिकार हो रहे हैं। पंजाब सरकार ने एनओसी के बिना रजिस्ट्री करने पर रोक लगा दी इसके बावजूद कालोनाइजर अवैध कालोनियां काट रहे हैं। वीरवार को ग्लाडा की टीम भारी भरकम पुलिस बल के साथ हैबोवाल व लाद्दियां रोड पर पहुंची। टीम ने कार्रवाई करनी शुरू ही की थी कि कालोनइजर वहां एकत्रित हो गए।
कालोनाइजरों ने ग्लाडा अफसरों को कार्रवाई करने नहीं दी। कालोनाइजरों व ग्लाडा अधिकारियों में जमकर बहस हुई और एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे। ग्लाडा अधिकारी फिर कार्रवाई करने की बात पर अड़े रहे तो कालोनाइजर बुल्डोजर के सामने दरी बिछाकर बैठ गए और ग्लाडा के खिलाफ नारेबाजी करने लग गए। ग्लाडा ने लंबे समय बाद वीरवार को अवैध कालोनियों पर कार्रवाई शुरू की थी। विरोध करने वाले कालोनाइजरों का कहना है कि ग्लाडा के अधिकारी उन्हें बेमतलब परेशान कर रहे हैं। उनकी कालोनियां पुरानी हैं और उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की इस पालिसी के कारण प्रापर्टी कारोबार जमीन पर आ गया है। ऊपर से अफसर आए दिन कार्रवाई करने पहुंच जाते हैं।
अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए
कालोनाइजरों ने अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। ग्लाडा की टीम में एसडीओ खुशप्रीत सिंह, आदित्य रतन व अन्य अधिकारी शामिल थे। ग्लाडा अफसरों का कहना है कि इन कालोनाइजरों ने अपनी कालोनियां रेगुलर नहीं करवाई हैं। कालोनाइजरों को कई बार कालोनियां रेगुलर करवाने के मौके दिए हैं। लेकिन कालाेनाइजर अवैध कालोनियों को रेगुलर नहीं करवाना चाहते हैं। कालोनाइजरों की अगुवाई करने वाले मनदीप सिंह, विशाल जैन व अन्य ने बताया कि ग्लाडा के अफसर आए दिन कालोनी में आकर लोगों को डरा रहे हैं। इसलिए उन्हें मजबूर होकर कार्रवाई का विरोध करना पड़ा। ग्लाडा अफसरों का कहना है कि अवैध कालोनी काटने किसी को नहीं जी जाएगी और पहले जो अवैध कालोनियां कटी हैं उन्हें भी अपनी कालोनियां रेगुलर करवानी होंगी। नहीं तो उनके खिलाफ जारी रहेगी।