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संगरूर में सीएम आवास के समक्ष एनएचएम कर्मचारियों व पुलिस में धक्कामुक्की, सेहत विभाग में रेगुलर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन

सेहत केंद्रों में विभिन्न पदों पर पिछले 15 सालों से काम करते एनएचएम कर्मचारियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के समक्ष रोष प्रदर्शन किया। काफिले के रूप में नारेबाजी करते हुए एनएचएम कर्मचारी सीएम आवास के समक्ष पहुंचे जहां उनके और पुलिस के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई।

By SACHIN DHANJASEdited By: Vinay kumarPublished: Mon, 26 Sep 2022 06:17 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 06:17 PM (IST)
संगरूर में सीएम आवास के समक्ष एनएचएम कर्मचारियों व पुलिस में धक्कामुक्की, सेहत विभाग में रेगुलर करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
संगरूर में सीएम आवास के समक्ष एनएचएम कर्मचारियों को रोकते पुलिस मुलाजिम।

जागरण संवाददाता, संगरूर । नेशनल हेल्थ मिशन के तहत गत पंद्रह वर्षों से सेहत केंद्रों में विभिन्न पदों पर काम करते एनएचएम कर्मचारियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के समक्ष रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान सीएम आवास की तरफ बढ़ते एनएचएम कर्मचारियों व पुलिस के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई।

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इससे पहले राज्यभर से एनएचएम कर्मचारी बठिंडा-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर सीएम आवास से कुछ दूरी पर मौजूद फ्लाइओवर के नीचे इकट्ठा हुए। यहां से काफिले के रूप में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एनएचएम कर्मचारी सीएम आवास के समक्ष पहुंचे, जहां पुलिस ने मेन रोड पर लोहे के आठ-आठ फीट ऊंचे बैरिकेड व भारी पुलिस बल लगाकर कर्मचारियों को रोक लिया। कर्मचारियों ने मेन रोड पर धरना लगाकर आवाजाही ठप कर दी, जिसके बाद पैनल बैठक का समय तय न करवाने पर कर्मचारियों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया, तो पुलिस के साथ झड़प हुई। डीसी ने एनएचएम यूनियन के कार्यकर्ताओं के वफद की वित्तमंत्री व सेहतमंत्री से 29 सितंबर की पैनल बैठक तय करवाई, जिसके बाद कर्मचारियों ने धरना समाप्त किया। गौर हो कि राज्यभर में साढ़े ग्यारह हजार एनएचएम कर्मचारी सेवा निभा रहे हैं।

बोले, सरकार ने पक्का करने का वादा किया था

सोमवार को एनएचएम कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की संगरूर रिहायश के समक्ष राज्य स्तरीय रैली का आयोजन किया। नेशनल हेल्थ मिशन यूनियन के राज्य प्रधान डा. वाहिद ने बताया कि सरकार ने जीतने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में एनएचएम कर्मचारियों को पक्का करने का वादा किया था, लेकिन सरकार अपने वादे से साफ मुकर चुकी है। हजारों कर्मियों में शामिल डाक्टर, एएनएम, स्टाफ नर्सें, आयुष, सीएचाओ, आरबीएसके व कार्यालय स्टाफ कम वेतन पर काम कर रहे हैं। संगरूर सहित अन्य जिलों के समूह ठेका कर्मचारी सरकार के विधायकों व मंत्रियों को ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने समूह एनएचएम कर्मचारियों को सेहत विभाग में रेगुलर करने की मांग की।

पैनल बैठक में मांगे न मानने पर प्रदर्शन की दी चेतावनी

यूनियन के राज्य सचिव जोगिंदर सिंह ने मांग की कि कोरोना काल में नेशनल हेल्थ कर्मचारियों की सेवाओं को देखते हुए स्पेशल यूनिवर्सल रेगुलाइजेशन पालिसी बनाकर उन्हें बगैर किसी भेदभाव के रेगुलर किया जाए। सीनियर उपप्रधान किरणजीत कौर व प्रेस सचिव कमलजीत कौर ने कहा कि मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रखा जाएगा। उन्होंने ऐलान किया कि यदि 29 सितंबर की पैनल बैठक में उनकी मांगों पर सरकार ने सहमति नहीं दी तो हिमाचल व गुजरात की सड़कों पर भी पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किए जाएंगे। इस अवसर पर गुलशन शर्मा फरीदकोट, डा. प्रभजोत जबल, डा. शिवराज, अवतार सिंह, अमरजीत सिंह, हरप्रीत सिंह भंडारी, लखविंदर सिंह, असलम अली, गुरप्रीत सिंह, अमनदीप कौर, निशा आदि उपस्थित थे।

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