आयोडीन की कमी से हो सकता है गर्भपात भी
सिविल अस्पताल के सीनियर मेडिकल अफसर डा. प्रदीप कुमार महिद्रा की अध्यक्षता में ग्लोबल आयोडीन डेफिसिएंसी डिस्आर्डर डे मनाया गया।
जासं, जगराओं : सिविल अस्पताल के सीनियर मेडिकल अफसर डा. प्रदीप कुमार महिद्रा की अध्यक्षता में ग्लोबल आयोडीन डेफिसिएंसी डिस्आर्डर डे मनाया गया। जिस बारे डा.रणवीर ने लोगों को आयोडीन की कमी व पहचान व लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होने बताया कि आयोडीन शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी है।
उन्होंने बताया कि थायराइड हमारे शरीर में एक ग्लैंड है जो एक खास तत्व बनाता है। जोकि हमारे शरीर के अच्छे तरीके से काम करने में मदद करते हैं और हडिड्यों व नसों का विकास भी करते हैं। यह बच्चे के शारीरिक विकास, दिमाग के विकास में अहम भूमिका निभाते है। गर्भवती महिलाओं को अपनी खुराक में आयोडीन की कमी नहीं रखनी चाहिए। यदि गर्भवती महिलाओं में आयोडीन की कमी होती है तो गर्भ में पल रहे बच्चे को रोग स्थायी रूप से लग जाते हैं, जिनका कोई इलाज नही है। इस समय सीनियर मेडिकल अफसर डा.प्रदीप कुमार महिद्रा की ओर से लोगों को आयोडीन की कमी से होने वाली गर्भपात, दिव्यांग या मरा हुआ बच्चा पैदा होना। बच्चा मंदबुद्धि ,गूंगा व कम बोलने वाली भी पैदा हो सकता है। मासिक कमजोरी का कारण बन सकता है। इस मौके पर सुखवंत कौर एएनएम व आशा वर्कर मौजूद रहे।