शहर का अंदरूनी ड्रेनेज सिस्टम जाम, बरसाती पानी की निकासी रूकेगी
कोरोना संकट से शहर जूझ रहा है और मानसून सीजन भी सिर पर है।
राजेश भट्ट, लुधियाना
कोरोना संकट से शहर जूझ रहा है और मानसून सीजन भी सिर पर है। बरसाती पानी को सतलुज दरिया तक पहुंचाने वाले बुड्ढा दरिया की नगर निगम ने सफाई जरूर शुरू करवा दी पर इसकी गति बेहद धीमी है। बुड्ढा दरिया तक शहर के बरसाती पानी को पहुंचाने वाले नाले जाम हैं और निगम के हाथ अभी तक इनकी सफाई की तरफ बढ़ नहीं रहे। अगर समय रहते ड्रेनेज सिस्टम को साफ नहीं किया तो फिर से शहरवासियों को जलभराव से जूझना पड़ेगा। दुकानदार भी मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर समेत निगम अफसरों को आगाह कर चुके हैं कि अंदरूनी शहर का नाला बंद है, उसे साफ नहीं किया तो भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
पुराने शहर के बरसाती पानी की निकासी के लिए बना नाला तालाब बाजार, साबुन बाजार, चौड़ा बाजार, अकालगढ़ मार्केट, घंटाघर, दोमोरिया पुल से होते हुए बुड्ढा दरिया में गिरता है। इसका ज्यादा हिस्सा कवर है और जहां यह ओपन है वहां कूड़ा भरा है। इस वजह से पानी की निकासी होना संभव नहीं है। भदौड़ हाउस के पीछे नाला चार जगह पर ओपन है वहां पर भी गंदगी का आलम है। इसके बाद नाला दोमोरिया पुल के पास खुलता है। वहां भी ऐसे ही हालात हैं। इसके आगे कुछ दूरी तक पाइप बिछाई है और फिर नाला पूरी तरह से चोक (जाम) है। पिछले साल भी इसकी यही स्थिति थी जिसकी वजह से चौड़ा बाजार, तालाब बाजार, सर्राफा बाजार, घंटा घर, दोमोरिया पुल, केसरगंज, रेलवे स्टेशन के बाहर जलभराव हो गया था।
बुड्ढा दरिया का जल स्तर बढ़ते ही शहर में भर जाता है पानी
शहर के सभी नाले बुड्ढा दरिया में गिरते हैं। दरिया और शहर के नालों का लेवल लगभग एक ही है। ऐसे में जब भी दरिया में पानी का लेवल बढ़ जाता है तो शहर के नालों का पानी बैक मारने लगता है। पिछले साल कुछ ऐसा ही हुआ जिससे शहर के आधा दर्जन से ज्यादा इलाके पानी में डूब गए। कुछ इलाकों में तो दरिया का पानी भी घुसने लगा था। इससे बचने के लिए अब तक कुछ भी प्रबंध नहीं किए गए।
नहीं है स्टॉम सीवरेज की व्यवस्था
शहर में बरसात का पानी भी सीवरेज लाइनों के जरिए ही जाता है। कुछ इलाकों में नाले हैं तो यह पानी इनके जरिए बुड्ढा दरिया तक पहुंचता है। शहर में स्टॉम सीवरेज की व्यवस्था नहीं है। नगर निगम इन दिनों सीवरेज की सफाई करवाने में जुटा है। इसके लिए जेटिग व डिशिल्टिग मशीनें लगाई गई हैं।
हर साल होता है दुकानदारों को नुकसान
नगर निगम की लापरवाही से चौड़ा बाजार समेत अलग अलग बाजारों में मानसून के सीजन में पानी जमा हो जाता है। दुकानों में दो फीट तक पानी भर जाता है। इससे भारी नुकसान होता है, लेकिन निगम ने अभी तक इस पर कोई ठोस योजना नहीं बनाई।
सुनील मेहरा, महासचिव, पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल नगर निगम बरसाती पानी की निकासी के लिए नाले की सफाई नहीं करवा पाता। इसकी वजह से घंटाघर, रेखी सिनेमा चौक से रेलवे स्टेशन रोड पूरी तरह पानी में डूब जाती है। हर साल यहां बरसाती पानी की निकासी के लिए योजना बनाई जाती है पर लागू नहीं होती।
चंद्रकांत चड्ढा, दुकानदार ओल्ड जीटी रोड शहर के अंदरूनी बाजारों में जलभराव की बड़ी समस्या है। इससे निपटने के लिए कोई ठोस योजना बनाने की जरूरत है। इस संबंध में मेयर व निगम के अफसरों के साथ बात की जाएगी और कोई नया प्रोजेक्ट तैयार करवाया जाएगा।
शाम सुंदर मल्होत्रा, सीनियर डिप्टी मेयर बुड्ढा दरिया की सफाई का काम शुरू कर दिया है। शहर में जहां से सीवरेज जाम की सूचना आती है वहां पर सफाई की जा रही है। पुराने शहर के नाले की सफाई भी करवाई जाएगी, इसके लिए अफसरों को हिदायतें दे दी हैं। यह समस्या बहुत पुरानी है, को दूर करने के लिए विचार विमर्श चल रहा है।
बलकार सिंह संधू, मेयर लुधियाना