अब घराें में भी सुरक्षित नहीं बच्चे, लुधियाना में लॉकडाउन और अनलॉक-1 में बढ़े यौन शोषण के मामले
काेराेना वायरस के दाैरान लगाए लॉकडाउन और अनलॉक-1 में यौन शोषण के मामलाें में अचानक बढ़ाेतरी हाेने से पुलिस सकते में है। लुधियाना में भी इस तरह के कई मामले सामने अाए हैं।
लुधियाना, [राजन कैंथ]। दुनिया में सबसे सुरक्षित जगह अपना घर होता है मगर वहां भी बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। अपने ही उनके साथ यौन शोषण कर रहे हैं। हालांकि चाइल्ड हेल्पलाइन अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन और अनलॉक-1 के दौरान बच्चों के साथ यौन शोषण के ज्यादा मामले नहीं आए, मगर पुलिस की मानें तो 13 से ज्यादा ऐसे मामले आए, जिनमें अपनों अथवा करीबियों ने ही बच्चों का यौन शोषण किया।
केस-1: चाइल्ड हेल्पलाइन के पास भी दो ऐसे मामले आए हैं, जिनमें दो नाबलिग बच्चों को मुक्त कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द किया। चाइल्ड हेल्पलाइन (रेलवे) के इंचार्ज कुलविंदर सिंह डंग ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान अबोहर की नाबालिग ने रेलवे स्टेशन पर संपर्क किया। उसने बताया कि सितंबर 2019 को घर छोड़ आई थी मगर लुधियाना में देह व्यापार करने वाले गिरोह के हत्थे चढ़ गई। वहां छह महीने तक यौन शोषण होता रहा। थाना दुगरी पुलिस ने केस दर्ज कर पांचों आरोपितों को गिरफ्तार किया।
केस-2: इसी तरह मार्च में ही 13 साल की बच्ची को रेलवे स्टेशन पर मुक्त कराया। उत्तर प्रदेश का 26 वर्षीय युवक उसे अगवा करके ले जा रहा था। आरोपित नाबालिग के घर में किराए पर रहता था। उधर, डिस्टिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट (सिटी) के कोऑर्डिनेटर अर्शदीप सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान यौन शोषण का कोई मामला सामने नहीं आया। राशन की मदद के लिए बहुत से लोगों के फोन आए।