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कनाडा वाले रिश्तेदार का पुलिस को चैलेंज, हम पंजाब में ही हैं, दम है तो पकड़ लो

साइबर ठगों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है वे पुलिस को चैलेंज कर रहे हैं कि अगर हिम्मत है तो पकड़ लो। साइबर ठगों की शिकायत लेकर जब पीड़ित पुलिस के साइबर सैल में पहुंचा तो उसी समय ठग का उसे फिर फोन आ गया। सेल में तैनात एक एएसआइ ने पीड़ित से फोन लेकर साइबर ठग से बात की।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 01:28 AM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 01:28 AM (IST)
कनाडा वाले रिश्तेदार का पुलिस को चैलेंज, हम पंजाब में ही हैं, दम है तो पकड़ लो
कनाडा वाले रिश्तेदार का पुलिस को चैलेंज, हम पंजाब में ही हैं, दम है तो पकड़ लो

दिलबाग दानिश, गौरव कनौजिया, लुधियाना : साइबर ठगों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है वे पुलिस को चैलेंज कर रहे हैं कि अगर हिम्मत है तो पकड़ लो। साइबर ठगों की शिकायत लेकर जब पीड़ित पुलिस के साइबर सैल में पहुंचा तो उसी समय ठग का उसे फिर फोन आ गया। सेल में तैनात एक एएसआइ ने पीड़ित से फोन लेकर साइबर ठग से बात की। एएसआइ ने उसे धमकाया 'हमारी टीमें तुम्हारे पीछे लगी हैं, जल्द तुझे पकड़ लेंगे। इस पर ठग ने एएसआइ को धौंस जमाते हुए चैलेंज कर दिया 'हम पंजाब में ही हैं, अगर हिम्मत है तो पकड़ लो।'

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बस्ती जोधेवाल के कैलाश नगर में रहने वाले गुरमीत सिंह को बीती 30 अप्रैल की सुबह मोबाइल पर काल आई। काल करने वाला पंजाबी में बात कर रहा था। सत श्री अकाल कहकर शुरुआत की। उसने गुरमीत से पूछा कि बताओ कौन बोल रहा हूं और जो विदेश गया हुआ है। गुरमीत ने कहा कि उनका तो कोई विदेश में नहीं है। पड़ोसियों का बेटा जोत जरूर कनाडा गया हुआ है। इस पर काल करने वाले ने कहा आपने सही पहचान लिया। मैं उसका दोस्त बोल रहा हूं। कल रात को जोत का रेस्टोरेंट में गोरे के साथ झगड़ा हो गया था। पुलिस उसे पकड़कर ले गई है। कुछ देर बाद एक अन्य नंबर से काल आई। इस बार जोत बनकर उनके साथ बात करते हुए कहा कि ताया जी मुझे कनाडा की पुलिस ने पकड़ लिया है। मुझे तीन हजार डालर जुर्माना हुआ है। आज शाम तक नहीं चुकाया तो जेल में डाल देंगे। मम्मी को मत बताना, आपसे मेरा वकील बात करेगा। उसे आप पैसे डलवा देना मेरा बचाव हो जाएगा। इसके बाद फिर एक काल आई। सामने वाले ने खुद को वकील बताया। गुरमीत सिंह ने यह बात जोत की मां को बता दी। वह डर गई और उसे कनाडा फोन करने लगीं। रात को सोया होने के कारण जोत ने फोन नहीं उठाया। जोल को जेल हो जाने के डर से उन्होंने वकील के बताए खाते में 1.80 लाख रुपये जमा करवा दिए। इसके बाद उसकी मां ने जोत के दोस्त को फोन किया। वह रात को जोत के पास पहुंचा और उससे बात करवाई। उससे बात करने पर पता चला कि उसकी तो कोई लड़ाई नहीं हुई। वह तो सो रहा था।

दूसरी बार बोला, गोरे की मौत हो गई, नौ लाख और दो :

गुरमीत ने बताया कि 1.80 लाख खाते में जमा करवाने के बाद उन्हें दोबारा से फोन आया। वकील बने ठग ने कहा कि गोरे की मौत हो गई है। नौ लाख रुपये और देने होंगे। इससे पहले ही उन्हें फर्जीवाड़ा समझ आ गया था। उसे बातों में उलझाते रहे और साइबर सैल में पहुंच गए। चुनौती : कनाडा वाला एक भी रिश्तेदार नहीं आया पुलिस के हाथ :

बीते करीब दो माह से कनाडा वाला रिश्तेदार बनकर साइबर ठग लोगों को करोड़ों रुपये की चपत लगा चुके हैं। अनुमान है कि लुधियाना में ही 30 से अधिक लोग इनका शिकार हो चुके हैं। अब तक एक भी ठग पुलिस के हाथ नही है।

दावा : जल्द कानून के हाथ आएंगे साइबर शातिर

साइबर सैल के सब इंस्पेक्टर जतिदर सिंह का कहना है कि उनकी टीम भी हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठी है। हमारे पास कई लीड हैं। उसके आधार पर ठगों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जल्द कानून के हाथ इन शातिरों के गिरेबां तक पहुंच जाएंगे।


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