संभल कर चलें: जेब्रा-क्रॉसिंग पर रुके या रेड लाइट जंप की तो घर पहुंचेगा ई-चालान Ludhiana News
लुधियाना में यातायात नियम तोडऩे वालों पर अब पुलिस की तीसरी आंख नजर रखेगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों के घर स्पीड पोस्ट से ई-चालान पहुंचेगा।
लुधियाना, [राजन कैंथ]। चौराहों पर पैदल चलने वालों के लिए बनाए जेब्रा-क्रॉसिंग पर वाहन रोकने और रेड लाइट जंप करने वाले अब सावधान हो जाएं। यातायात नियम तोडऩे वालों पर अब पुलिस की तीसरी आंख नजर रखेगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों के घर स्पीड पोस्ट से ई-चालान पहुंचेगा। सीपी राकेश अग्रवाल ने सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत ट्रैफिक पुलिस द्वारा तैयार किए गए पंजाब के पहले कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। पहले ही दिन पुलिस ने 100 वाहनों के चालान काट उनके पते पर पोस्ट कर दिए हैं। फिलहाल पुलिस हर रोज 500 लोगों के चालान काटना शुरू करेगी। इसके लिए शहर के छह चौक को चुना गया है।
छह चौक पर सबसे ज्यादा तोड़े जाते हैं नियम
ढोलेवाल चौक पर लगे चार कैमरे, दुर्गा माता मंदिर पर लगे चार कैमरे, मॉल रोड का छतरी चौक तीन कैमरे , पुराना सेशन चौक पर तीन कैमरे, हीरो बेकरी चौक पर चार कैमरे, लघु सचिवालय कट पर तीन कैमरे।
एएनपीआर वाहनों की नंबर प्लेट को आसानी से पढ़ लेगा
शहर के छह चौराहों पर कानून तोडऩे वालों को पुलिस रोकेगी नहीं, बल्कि वाहन मालिक के घर सीधा चालान भेज देगी। यह प्रोजेक्ट पूरी तरह सेफ सिटी प्रोजेक्ट और रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के सहयोग से शुरू किया गया, जिसके तहत शहर में 800 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। उक्त छह चौराहों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएनपीआर) की मदद से नियम तोडऩे वाले वाहन चालकों की पहचान की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे में ही लगा एएनपीआर गाड़ी की नंबर प्लेट को जूम करता है और उसका नंबर कंट्रोल रूम को भेज देता है।
आरटीए के सॉफ्टवेयर को सेफ सिटी प्रोजेक्ट से जोड़ हासिल किया डाटा
पुलिस लाइन में बने सेंटर को आरटीए विभाग के वाहन फोर सॉफ्टवेयर से जोड़ा गया है। आरटीए के सर्वर में पड़ा डाटा अब पुलिस इस्तेमाल कर सकेगी। जैसे ही गाड़ी जेब्रा-क्रॉसिंग पर खड़ी होगी या रेड लाइट जंप करेगी, नए सॉफ्टवेयर के जरिए सेफ सिटी प्रोजेक्ट के कैमरे उसकी तस्वीर खींच पुलिस को मुहैया करवाएंगे। नंबर प्लेट रीडर सॉफ्टवेयर की सहायता से गाड़ी का नंबर सामने आ जाएगा, जिसके माध्यम से आरटीए के डाटा से पुलिस गाड़ी के मालिक का नाम व पता निकालेगी। उसी समय उसका चालान तैयार कर स्पीड पोस्ट कर दिया जाएगा, मगर आने वाले समय में वाहन मालिक को चालान संबंधी एसएमएस अथवा मेल भेज कर भी जानकारी दी जाएगी।
वाहन बेचने वाले यह बात भी जान लें
सीपी राकेश अग्रवाल ने कहा कि नियम तोडऩे वाली गाड़ी, जिसके नाम पर होगी, चालान उसके घर पहुंचेगा। भले ही वो गाड़ी आगे किसी और को बेच चुका हो। नियमानुसार गाड़ी खरीदने के 30 दिन के अंदर उसकी आरसी अपने नाम ट्रांसफर कराना जरूरी होता है। ई-चालान शुरू होने के बाद ऐसे लोगों की पहचान भी हो सकेगी, जिन्होंने अब तक गाड़ी अपने नाम पर ट्रांसफर नहीं कराई है। ऐसे लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। बाहरी शहरों व राज्यों से आने वाले वाहनों को भी पोस्ट के माध्यम से चालान भेजे जाएंगे।
स्पीड पोस्ट का खर्च भी वाहन मालिक से वसूला जाएगा
फिलहाल स्पीड पोस्ट से चालान भेजने में 20 से 50 रुपये खर्च आएगा, जिसे चालान का भुगतान करते समय वाहन मालिक से वसूला जाएगा।
अगले फेस में सीट बेल्ट व हेलमेट नहीं पहनने पर होंगे चालान
अभी सिफ्र जेब्रा-क्रॉसिंग व रेड लाइट जंप करने वालों पर नजर रखी जा रही है। अगले फेस में चौराहों की संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही सीट बेल्ट और हेलमेट नहीं पहनने वालों के पते पर चालान पोस्ट किए जाएंगे।
ऑन लाइन कर सकेंगे जुर्माने का भुगतान
चालान होने के 30 दिन के भीतर ऑन लाइन भरा जा सकता है, जिसके लिए लुधियाना पुलिस की वेबसाइट www.ludhianapolice.in पर क्लिक करके क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड अथवा नेट बैंकिग के माध्यम से जुर्माने की रकम का भुगतान किया जा सकता है। इसके अलावा पुलिस के नजदीकी सांझ केंद्र में भी भुगतान किया जा सकेगा। समय पर भुगतान नहीं करने पर उस चालान को अदालत में भेज दिया जाएगा। जहां से वाहन मालिक को सम्मन भेजे जाएंगे।
चालान नहीं भरा हो जब्त होगा वाहन
भुगतान नहीं करने पर गाड़ी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा, जिसकी डिटेल चौराहों पर तैनात पुलिस के पास रहेगी। ऐसी गाड़ी सामने आते ही उसे पकड़ कर बाउंड कर दिया जाएगा।
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