सिफेट ने दुधारू पशुओं के लिए बनाया खास पंखा, सेहत पर पड़ रहे बुरे असर से मिलेगी मुक्ति
पशुओं की अवसाद की समस्या को दूर करने के लिए सिफेट ने पहला हाई वॉल्यूम लो स्पीड सीलिंग फैन बनाया है।
लुधियाना [आशा मेहता]। क्या आपने कभी सोचा है कि डेयरियों में तेज गति से चलने वाले पंखों की हवा यहां रहने वाले दुधारू पशुओं की सेहत पर बुरा प्रभाव डालती है। तेज हवा से पशु अवसाद में आ जाते हैं। साथ ही, थकावट भी महसूस करते हैं। पशुओं की इस समस्या को दूर करने के लिए आइसीएआर सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट हार्वेस्ट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिफेट) ने पहला हाई वॉल्यूम लो स्पीड सीलिंग फैन बनाया है। सिफेट के वैज्ञानिकों का दावा है कि यह पंखा दुधारू पशुओं को अवसाद से दूर रखेगा। विदेश में हाई वॉल्यूम लो स्पीड सीलिंग फैन की कीमत करीब चार लाख रुपये है, जबकि सिफेट ने इसे महज साठ हजार रुपये के खर्च में बनाया है।
सिफेट के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. संदीप मान और डॉ. के नरसईया ने बताया कि आमतौर पर अभी डेयरियों में हाई स्पीड कॉमर्शियल फैन लगे हुए हैं। ये पंखे काफी दबाव से हवा को फेंकते हैं। उस दबाव से हवा त्वचा पर लगती है। इससे थकावट महसूस होती है। जब पंखा तेज गति से चलता है तो जानवरों को दिया गया कटा चारा उड़ने लगता है। इससे चारा खाने में डेयरी के पशुओं को अतिरिक्त शक्ति लगानी पड़ती है। इन पंखों की आवाज भी काफी होती है। इससे वे अच्छे हॉर्मोन रिलीज नहीं करते हैं। इसका असर कहीं न कहीं उसकी सेहत और दूध पर भी पड़ता है। इसी को देखते हुए हमने हाई वॉल्यूम लो स्पीड सीलिंग फैन तैयार किया।
इसमें पैडल टाइप ब्लेड हैं, जो हवा को एक बड़े सेलेन्ड्रिक फॉर्म में नीचे भेजते हैं, जिससे चारों तरफ एक बराबर हवा धीरे-धीरे जाती है। जब हवा जमीन से टकराती है तो पंखे के साइज जितना और एरिया भी कवर करती है। इससे तापमान सही रहता है। यह पंखा आवाज नहीं करता। इससे पशु आराम महसूस करते हैं। नाभा के सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च ऑन बफेलो में ये पंखे लगाकर परीक्षण किया गया है। इस पंखे में बिजली की भी खपत कम होती है।
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