अब सीसीटीवी कैमरों से सिविल अस्पताल के चप्पे-चप्पे पर नजर, पकड़े जाएंगे असामाजिक तत्व
लुधियाना सिविल अस्पताल में अभी तक 36 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। आठ कैमरे और लगाए जाएंगे। सीसीटीवी कैमरों के लिए मॉनिटरिंग रूम भी तैयार किया है।
लुधियाना [आशा मेहता]। सिविल अस्पताल और मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में हंगामा करने और मरीजों व उनके परिजनों से छीनाझपटी की वारदात अंजाम देने वालों पर अब पैनी नजर रखी जाएगी। प्रबंधन की ओर से दोनों अस्पतालों में अलग-अलग जगहों पर 36 सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। प्रवेश व निकास द्वार, इमरजेंसी तक जाने वाली सड़क, डी-एडिक्शन सेंटर, मोर्चरी, इमरजेंसी, ओएसटी सेंटर, मदर एंड चाइल्ड अस्पताल के बाहर ऐसे सीसीटीवी लगाए हैं, जो दिन व रात काम करेंगे। इसके अलावा ट्रोमा वार्ड, ओपीडी रजिस्ट्रेशन ब्लॉक, ओपीडी रूम ब्लॉक, ब्लड बैंक के सामने व पीछे, एक्सरे, टीबी, लैबोरेटरी डिपार्टमेंट, ट्रोमा, पार्किंग, मदर एंड चाइल्ड अस्पताल के लेबर रूम, ओएसटी सेंटर, जन औषधि केंद्र भी कैमरों की जद में होंगे।
नहीं बच पाएंगे असामाजिक तत्व: एसएमओ
सिविल अस्पतल के एसएमओ डॉ. अविनाश जिंदल ने कहा कि आए दिन मरीजों के साथ छीनाझपटी की घटनाएं हो रहीं थी। मरीजों व उनके परिजनों का सामान चोरी हो रहा था। इसके अलावा कोई न कोई अस्पताल में हंगामा कर देता था। यह सब देखते हुए सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। अब असामाजिक तत्वों पर सतत नजर रखी जाएगी। अभी तक 36 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। आठ कैमरे और लगाए जाएंगे। सीसीटीवी कैमरों के लिए मॉनिटरिंग रूम भी तैयार किया है।
बायोमेडिकल वेस्ट यहां-वहां फेंकने वालों पर कड़ी नजर
एसएमओ डॉ. अविनाश जिंदल ने कहा कि मोर्चरी और उसके पास बनाए बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट रूम के इर्द-गिर्द चार सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। अकसर कुछ क्लास फोर्थ कर्मी व सफाई कर्मी बायोमेडिकल वेस्ट को यहां-वहां फेंककर चले जाते थे। इसकी वजह से संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। लेकिन, अब ऐसे लापरवाह कर्मियों पर सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी।
धूमपान वाले भी नहीं बख्शे जाएंगेः अक्सर अस्पताल परिसर में अलग अलग जगहों पर मरीज, परिजन और पार्किंग ठेकेदार के कारिंदे धूम्रपान करते हुए दिखाई देते हैं। सीसीटीवी से धूमपान करने वालों को भी चिन्हित कर निर्धारित पेनाल्टी लगाई जाएगी।