मॉडल के जरिये खेल-खेल में बताए पढ़ाई के रोचक और दिलचस्प तरीके Ludhiana News
गुरु नानक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल मॉडल टाउन में सोमवार को रिजनल लेवल सीबीएसइ स्कूल टी¨चग एडस मटीरियल प्रतियोगिता का आयोजन किया
लुधियाना, जेएनएन। गुरु नानक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल मॉडल टाउन में सोमवार को रिजनल लेवल सीबीएसइ स्कूल टीचिंग एडस मटीरियल प्रतियोगिता का आयोजन किया, जिसमें पंजाब, हरियाणा व हिमाचल से शिक्षक पहुंचे। इस प्रतियोगिता के माध्यम से शिक्षकों को पढ़ाई को रोचक बनाने को लेकर अपनी कार्य कुशलता दिखाने का अवसर प्रदान किया गया।
शिक्षकों ने अंग्रेजी, हिंदी व पंजाबी भाषा में अलग अलग विषयों पर मॉडल बनाए। इस दौरान केवीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल सिविल लाइन की मंजू शर्मा ने वेस्ट मटीरियल से बनाए डायग्राम के जरिए शब्दों के शुद्धिकरण व हिंदी उच्चारण के बारे में बताया, जिसमें उन्होंने जीभ से अलग-अलग शब्दों के उच्चारण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिंदी बोलते समय शब्दों का सही उच्चारण बहुत जरुरी है। वहीं फिरोजपुर से डीसीएम मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की शिक्षिका दलजीत कौर ने बायोस्कोप के मॉडल पेश किए।
दिलजीत कौर ने बताया कि इस बायोस्कोप के जरिए वह खेल खेल में बच्चों को पंजाबी के अल्फाबेट के बारे में पढ़ाती है। बच्चे बड़ी रूचि के साथ पढ़ाती है। बच्चे जब बायोस्कोप में देखते हैं, तो उन्हें पंजाबी के अल्फाबेट एक-एक कर नजर आते हैं। उन्होंने बताया कि इस मॉडल को उन्होंने घर में पड़ी पुरानी लकड़ी, बर्तन के रैक की पुरानी पाइप, पंजाबी की पुरानी किताबों से अल्फाबेट निकालकर बनाया। संगरूर की मीना शर्मा ने शब्द भेद की दी जानकारी संगरूर से आई अध्यापिका मीना रानी शर्मा ने छठी से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए शब्द भेद ज्ञान चक्कर के आडियो विजुअल मॉडल को प्रस्तुत किया।
उन्होंने बताया कि इस चक्कर के जरिए विद्यार्थियों को खेल विधि के जरिए नाव, पड़नाव, क्रिया व विशेषण आसानी से सिखाया जा सकता है। इंटीग्रेटेड अप्रोच के जरिए उस विषय का स्पष्टीकरण दिया जा सकता है। व्याकरण के इस्तेमाल में होने वाली अशुद्धि में संशोधन किया जा सकता है। व्याकरण जैसे ठोस विषय में रोचकता पैदा की जा सकती है। इससे विद्यार्थियों को विषय वस्तु समझाना आसान होगा। मीना शर्मा ने मॉडल को गत्ता, पेंट, चार्ट, फेविकोल, स्केच, पेन व मार्कर की मदद से बनाया है।
कविता से बताई पंजाब की धरती की विशेषता
पारोवाल के दोआबा पब्लिक स्कूल से आए शिक्षक ने सुरजीत सिंह अमर की कविता धरती-ए-पंजाब दिए मॉडल के जरिए बच्चों को पंजाब की धरती की विशेषताओं सें संबंधित मॉडल तैयार किया। जबकि डीसीएम प्रेजीडेंसी स्कूल की शिक्षिका अंजू शर्मा ने हिंदी व्याकरण के प्रति तीसरी कक्षा के बच्चों की रूचि को जागृत करने के लिए ध्वनि की दुनिया मॉडल प्रस्तुत किया। मंजू शर्मा ने बताया कि उनके इस मॉडल के जरिए विद्यार्थी व्यंजन की ध्वनि के स्त्रोत को समझ पाएंगे और उन ध्वनियों को महसूस करते हुए स्पष्ट में बोल पाएंगे। जिससे वर्णो व शब्दों के उच्चारण में शुद्धता आएगी। श्रुतलेख में त्रुटियां कम होंगी। उन्होंने इस माडल को केनवास, रंग, बिजली की तारों, बल्ब से तैयार किया। विद्याथियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए भिन्न भिन्न रंगों के बल्ब लगाएं हैं। जिससे कि विद्याथियों को वर्णों के उच्चारण का सही स्थान पता लग सके। यह मॉडल उन्होंने 100 रूपये में बनाया।
मॉडल के जरिये दी शरीर के अंगों की जानकारी
स्वामी संत दास पब्लिक स्कूल उदासीन आश्रम जालंधर की शिक्षिका ने मॉडल के जरिए शरीर के अलग अलग अंगों की जानकारी दी। शिक्षिका ने कहा कि हम बच्चों शरीर के अलग अलग अंगों के बारे में केवल पढ़ाते हैं, लेकिन इस माडल के जरिए उन्होंने अलग अलग अंगों को दिखाया है कि शरीर में कौन का अंग किस जगह पर है आर उसका कार्य क्या है।
इस प्रकार रहे विभिन्न प्रतियोगिता के परिणाम
तीन घंटे तक चले इस प्रतियोगिता में स्वामी संत दास पब्लिक स्कूल उदासीन आश्रम जालंधर की सुपनप्रीत पहले, केवीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल सिविल लाइन की मंजू शर्मा दूसरे और बीसीएम आर्य माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल शास्त्री नगर की अशमीता तीसरे स्थान पर रही, जबकि निशान-ए-सिख इंटरनेशनल स्कूल खडूर साहिब तरनतारन की नवप्रीत कौर चौथे, बीवीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल उधम ¨सह नगर की निशु मरवाहा पांचवे, स्वामी संत दास पब्लिक स्कूल उदासीन आश्रम जालंधर की सोनिया मगो छठे, सपना कोचर सातवें और केवीएम राजपुरा रोड सिविल लाइन की सोनिया दत्ता आठवें स्थान पर रही।