CBSE Reading Challenge-3: स्टूडेंट्स के इंग्लिश व हिंदी स्किल्स बढ़ाएगा सीबीएसई रीडिंग चैलेंज-3, जानें पूरी डिटेल
सीबीएसई ने कक्षा छठी से 10वीं तक के बच्चों के लिए इसे शुरू किया है जो इंगिलश और हिंदी दोनों में है। बच्चों पर निर्भर रहेगा कि वह किसी एक में या फिर दोनों में अपने रीडिंग स्किल्स को दिखा सकते हैं। यह चैलेंज दीक्षा प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगा।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। अब बच्चों के हिंदी और इंग्लिश में रीडिंग स्किल्स बढ़ते दिखेंगे। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन ने सीबीएसई रीडिंग चैलेंज-3 को शुरू किया है जोकि 31 दिसंबर तक जारी रहेगा। भले ही सीबीएसई का रीडिंग चैलेंज कोई नई शुरू मुहिम नहीं है पर हर बार बच्चों को रिस्पांस इसके प्रति देखने को मिलता है। अब की बार सीबीएसई ने कक्षा छठी से 10वीं तक के बच्चों के लिए इसे शुरू किया है जो इंगिलश और हिंदी दोनों में है। बच्चों पर निर्भर रहेगा कि वह किसी एक में या फिर दोनों में अपने रीडिंग स्किल्स को दिखा सकते हैं। यह चैलेंज दीक्षा प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेगा। सीबीएसई से एफिलिएटिड स्कूलों को इसके लिए रजिस्टर कराना जरूरी होगा जबकि जो बच्चे सीबीएसई से एफिलिएटिड स्कूलों से नहीं है, वह दीक्षा प्लेटफार्म के जरिए सीधा जुड़ सकते हैं।
भागीदारी की नहीं होगी कोई फीस
सीबीएसई रीडिंग चैलेंज दो स्तर पर होगा। पहला स्तर कक्षा छठी और सातवीं तथा दूसरा स्तर कक्षा आठवीं और दसवीं के लिए होगा। इसमें भाग लेने के लिए किसी तरह का चार्ज बच्चों से नहीं वसूला जाएगा। यह चैलेंज दोनों स्तर पर अलग-अलग होगा। कक्षा छठी और सातवीं के लिए एक घंटे यानी साठ मिनट तथा कक्षा आठवीं से दसवीं के लिए पचास मिनट का होगा। सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि जो भी बच्चा उक्त कोर्स को पूरा करेगा, उसे भाग लेने का सरि्टफिकेट भी जारी किया जाएगा।
प्रिंसिपल्स बोले, अच्छा है कदम
स्कूल प्रबंधनों की माने तो सीबीएसई रीडिंग चैलेंज तीन अच्छा प्रयास है। गुरु नानक इंटरनेश्नल पबि्लक स्कूल माडल टाउन की प्रिंसिपल गुरमंत कौर गिल ने कहा कि बेशक सीबीएसई का यह रीडिंग चैलेंज आप्शनल होता है लेकिन स्कूल का प्रयास रहता है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इससे जुड़े। इससे बच्चों के ही रीडिंग सि्कल्स को बढ़ावा मिलता है। भारतीय विद्या मंदिर स्कूल किचलू नगर की प्रिंसिपल नीलम मितर ने कहा कि सीबीएसई रीडिंग चैलेंज बेशक नया नहीं है लेकिन समय-समय पर बच्चों के लिए विषयों अनुसार इसे शुरू किया जाना बहुत ही अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि बच्चे इस चैलेंज के प्रति अपना रिस्पांस भी दिखाते हैं। इस बार सीबीएसई चैलेंज तीसरे को शुरू किया गया है तो वह लाजिमी तौर पर बच्चों को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करेंगी क्योंकि इससे उनकी ही रीडिंग स्किल्स को बढ़ावा मिलेगा।