Jalandhar Tiffin Blast Case: आरोपित रतन ने कुछ नहीं उगला, अब चंडीगढ़ ले जाने की तैयारी में सीबीआई
चंडीगढ़ से लुधियाना पहुंची सीबीआई टीम उससे पूछताछ करने में जुट गई है। सीबीआई ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए अदालत में याचिका भी दायर कर दी है।
लुधियाना, जेएनएन। जालंधर बम विस्फोट मामले में पकड़े गए आरोपित रतन सिंह धंजल से हुई पूछताछ में पुलिस उससे कुछ नहीं उगलवा पाई है। साहनेवाल के गांव बिलगा में हुए ब्लाइंड मर्डर मामले में उसने कुछ नहीं बताया है। फिलहाल, रतन की गिरफ्तारी को लेकर लुधियाना पुलिस ने सीबीआई चंडीगढ़ को सूचना दे दी है। इसके बाद चंडीगढ़ से लुधियाना पहुंची सीबीआई टीम उससे पूछताछ करने में जुट गई है। सीबीआई ने उसे प्रोडक्शन वारंट पर लेने के लिए अदालत में याचिका भी दायर कर दी है। उम्मीद जताई जा रही है कि अदालत की ओर से प्रोडक्शन वारंट जारी करने के बाद सीबीआई टीम उसे लेकर चंडीगढ़ रवाना हो जाएगी।
बता दें कि चार साल पहले जालंधर के मकसूदां इलाके में हुए कार बम विस्फोट में आरोपित रतन सिंह धंजल उर्फ चूहा को लुधियाना पुलिस की सीआईए टू पुलिस ने मंगलवार गिरफ्तार कर लिया। रतन पर वारदात में इस्तेमाल किए गए आरडीएक्स की डिलीवरी देने का आरोप हैं। उसके खिलाफ सीबीआई ने हत्या व सब्सटेंस एक्ट 1908 के तहत मामला दर्ज किया था।
यह है मामला
छह दिसंबर 2015 दुगरी गांव मकसूदां में एक मारूति में बम धमाका हुआ था। घटना में मोतीनगर के रहने वाले अजय कुमार की मौत हो गई थी जबकि गदईपुर का जगमोहन घायल हो गया था। इस मामले में इस साल अक्टूबर में मुख्य अभियुक्त पलविंदर सिंह उर्फ डिंपी को बैंकॉक से गिरफ्तार कर भारत लाया गया था। जालंधर देहात पुलिस की चार्जशीट के अनुसार इस बम का प्रयोग नामधारी संप्रदाय के प्रमुख सतगुरु उदय सिंह के खिलाफ किया जाना था, लेकिन ये बम तय जगह पर पहुंचने से पहले ही कार में फट गए।
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