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बुड्ढा दरिया का होगा कायाकल्प, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 650 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को दी मंजूरी

स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के अनुसार प्रोजेक्ट की लागत में प्रदेश सरकार 342 करोड़ रुपये और भारत सरकार 208 करोड़ रुपये का योगदान देगी।

By Sat PaulEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 08:52 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 08:52 AM (IST)
बुड्ढा दरिया का होगा कायाकल्प, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 650 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को दी मंजूरी
बुड्ढा दरिया का होगा कायाकल्प, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 650 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को दी मंजूरी

चंडीगढ़/लुधियाना। बुड्ढा दरिया के कायाकल्प के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 650 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। चंडीगढ़ में बैठक के दौरान उन्होंने स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुमार को दो वर्षों में प्रोजेक्ट पूरा करने के निर्देश दिए हैं। 47.55 किलोमीटर लंबी इस दरिया का लगभग 14 किलोमीटर का हिस्सा शहर से होकर गुजरता है। कैप्टन ने प्रोजेक्ट को मिशन की तरह चलाने की अपील करते हुए स्थानीय उद्योगों, स्वयंसेवी धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं को भी प्रोजेक्ट में शामिल होने को कहा है। 

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स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के अनुसार, प्रोजेक्ट की लागत में प्रदेश सरकार 342 करोड़ रुपये और भारत सरकार 208 करोड़ रुपये का योगदान देगी। इसके अलावा 100 करोड़ का योगदान निजी ऑपरेटरों द्वारा किया जाएगा।

ठाकुर उदय सिंह के प्रयासों की सराहना की

मुख्यमंत्री ने बुड्ढा दरिया को प्रदूषण मुक्त करने में नामधारी समुदाय के प्रमुख ठाकुर उदय सिंह द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि ठाकुर उदय सिंह ने नगर निगम के साथ मिल कर इस कार्य के लिए 30 लाख रुपये का योगदान भी दिया है।

इस तरह से होगा प्रोजेक्ट पर काम

प्रोजेक्ट के पहले चरण में सीवेज ट्रीटमेंट, डेयरी से निकलने वाले द्रव्यों और औद्योगिक कचरे को सीईटीपी तक ले जाने की सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा 150 करोड़ से शोधित कचरे को दोबारा प्रयोग करने और इसके बाद 283 करोड़ रुपये बुड्ढा दरिया के सौंदर्यीकरण पर खर्च किए जाएंगे।

ताजपुर रोड पर 50 एमएलडी का सीईटीपी मई तक हो जाएगा तैयार

स्थानीय निकाय विभाग के सचिव अजॉय शर्मा ने बताया कि ताजपुर रोड पर 50 एमएलडी का सीईटीपी मई तक तैयार हो जाएगा। इसके अलावा फोकल प्वाइंट में 40 एमएलडी का निर्माण मार्च 2020 तक आरंभ करवा दिया जाएगा। लुधियाना में कुल 711 एमएलडी कचरा पैदा होता है, जिसमें 610 एमएलडी घरेलू सीवरेज का कचरा, 15 एमएलडी डेयरी कचरा, 86 एमएलडी औद्योगिक कचरा निकलता है। शहर में इस समय 466 एमएलडी कचरे को शोधित करने की क्षमता उपलब्ध है और 105 एमएलडी शोधन यंत्रों को निर्माण जारी है।

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