ई-चालान सिस्टम में सामने आ रही खामियां, गलत दिशा में लगा दिए कैमरे Ludhiana News
Ludhiana Traffic Police ने त्रुटियों भरे सिस्टम के साथ ही ई-चालान सिस्टम शहर में लागू कर दिया है। चौराहों पर कैमरे ही उल्टी दिशा में लगा दिए गए हैं।
लुधियाना, [राजन कैंथ]। लुधियाना का ट्रैफिक सिस्टम सुधारने उतरी पुलिस की व्यवस्था में खामियां सामने आने लगी हैं। पुलिस ने त्रुटियों भरे सिस्टम के साथ ही ई-चालान सिस्टम शहर में लागू कर दिया है। चौराहों पर कैमरे ही उल्टी दिशा में लगा दिए गए हैं। यह कैमरे केवल जेब्रा-क्रासिंग और रेड लाइट जंप के उल्लंघन चेक करने के काम आ रहे हैं। जबकि इनसे ट्रैफिक नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों की कई अन्य खामियां भी पकड़ी जा सकती हैं।
शहर के छह चौराहों पर लगाए गए यह कैमरे गलत दिशाओं में लगे हैं। जो वाहन के पीछे से उसकी फोटो लेते हैं। दुनिया के तमाम देशों में चौराहों पर लगाए जाने वाले कैमरे वाहन की अगली तरफ से तस्वीर लेते हैं। जिससे वाहन चला रहे व्यक्ति की गतिविधियों की तस्वीर ली जा सके। सीधी तस्वीर लेने से पता चलता है कि वाहन चालक ने सीट बेल्ट लगाई है या नहीं, वह मोबाइल पर बात तो नहीं कर रहा, धूमपान तो नहीं कर रहा, नशा की हालत में तो नहीं है। इतनी ही नहीं कैमरा सामने की तरफ लगाए जाने पर जेब्रा-क्रासिंग और रेड लाइट जंप के उल्लंघन के मामलों की तस्वीर भी ली जा सकती है। परंतु लुधियाना पुलिस वाहनों के पीछे से तस्वीर ले रही है।
इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों के अनुरूप नहीं हैं शहर की सड़कें
देश में सभी सड़कें इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरएस) के मानकों के अनुरूप तैयार की जाती हैं। इसके तहत सभी सड़कों पर रोड मार्किंग करना जरूरी है, लेकिन शहर की किसी सड़क पर मार्किंग नहीं है। चौराहों पर जेब्रा-क्रासिंग होना जरूरी है। उससे पहले स्टॉप लाइन होती है और उसके बीच अंग्रेजी में स्टॉप लिखा जाता है। रेड लाइट होने पर वाहन को उस लाइन से आगे ले जाना वर्जित होता है। परंतु इसके विपरीत शहर में पुलिस ने बिना रोड मार्किंग ई-चालान सिस्टम को लागू कर दिया। कई सड़कों पर तो जेब्रा-क्रासिंग दो जगह बनी है, जो वाहन चालकों को असमंजस में डाल देती है।
बिना किसी पूर्व जानकारी पुलिस ने लागू की व्यवस्था
पुलिस सूत्रों के अनुसार नियमों के अनुसार ई-चालान शुरू करने से पहले आधारभूत ढांचा तैयार करना जरूरी है। इसके बाद वाहन चालकों को ई-चालान के संबंध में दिशा-निर्देश दिए जाने चाहिएं। ई-चालान की प्रक्रिया शुरू करने से पहले वाहन चालक को एक बार चेतावनी देना भी जरूरी है। इसके बाद ही चालान की प्रक्रिया को शुरू किया जाना चाहिए। मगर लुधियाना पुलिस ने सीधा ही चालान शुरू कर दिया गया है।
पूरी तैयारी के साथ लागू होनी चाहिए व्यवस्था
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद के सदस्य और अंतरराष्ट्रीय सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ कमलजीत सोई का कहना है कि पुलिस की इस व्यवस्था का स्वागत होना चाहिए था, लेकिन तब जब यह पूरी तैयारी के साथ लागू होती। अभी भी देर नहीं हुई। इसका आधारभूत ढांचा तैयार कर लिया जाना चाहिए। चालान ड्राइवर का होता है, वाहन का नहीं। क्योंकि वाहन गलत या सही ढंग से चालक ही चलाता है। यहां लगे कैमरे चालक की तस्वीर लेने की बजाए वाहन की पीछे से तस्वीर लेते हैैं। कैमरों की दिशा बदलकर सामने की तरफ लगाने से चालक की हर गतिविधि को चेक किया जा सकता है।
नंबर प्लेट को लेकर चलाना होगा अभियान
ट्रैफिक एक्सपर्ट राहुल वर्मा का कहना है कि पुलिस की यह प्रशंसनीय पहल है। पुलिस को वाहनों की नंबर प्लेट को लेकर अलग से अभियान चलाना होगा। वाहनों के पीछे लगी प्लास्टिक की नंबर प्लेट को उक्त कैमरे पकड़ नहीं पाते। कई वाहनों की नंबर प्लेट टूटी होती है तो कईयों में नंबर प्लेट होती ही नहीं। पुलिस को बिना नंबर प्लेट चल रहे वाहनों के ज्यादा चालान काटने होंगे। इसके अलावा सभी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी होनी बेहद जरूरी है।
कैमरों की दिशा को चेक करना पड़ेगा: कमिश्नर
लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल का कहना है कि कैमरों की दिशा को फिर से चेक करना पड़ेगा। एक टीम को सभी चौराहों पर भेज कर कैमरों की दिशा बदलकर उनकी विजीबिल्टी चेक कराई जाएगी। अगर कैमरों की दिशा बदलने का फायदा होता है तो इसका लाभ भी लिया जाएगा।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें