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लुधियाना के बुड्ढा दरिया के पानी का रंग कल से बदलेगा, कैबिनेट मंत्री आशु व सरकारिया छाेड़ेंगे 200 क्यूसेक पानी

Budha Dariya Project राज्य सरकार ने दरिया के कायाकल्प प्रोजेक्ट के लिए 650 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा इस प्रोजेक्ट को दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा।उसके बाद दरिया का पानी पूरी तरह से साफ हो जाएगा।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sat, 21 Aug 2021 12:03 PM (IST)Updated: Sat, 21 Aug 2021 12:03 PM (IST)
लुधियाना के बुड्ढा दरिया के पानी का रंग कल से बदलेगा, कैबिनेट मंत्री आशु व सरकारिया छाेड़ेंगे 200 क्यूसेक पानी
बुड्ढा दरिया के काले पानी का रंग रविवार से बदलने वाला है। (सांकेतिक तस्वीर)

जासं, लुधियाना। Budha Dariya Project: बुड्ढा दरिया के काले पानी का रंग रविवार से बदलने वाला है। बुड्ढा दरिया में सरकार सरहिंद नहर से 200 क्यूसेक पानी छोड़ रही है। जिससे दरिया के पानी का कालापन कम हो जाएगा। प्रशासन व सरकार ने दरिया में पानी छोड़ने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। रविवार को कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु व सुखबिंदर सिंह सरकारिया मिलकर दरिया में पानी छोड़ेंगे। आशु ने कहा कि 200 क्यूसेक पानी आने के साथ ही बुड्ढा नाला को बुड्ढा दरिया बनाने की शुरुआत हो जाएगी।

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पंजाब सरकार ने 650 करोड़ का प्रोजेक्ट किया है शुरू

मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने दरिया के कायाकल्प प्रोजेक्ट के लिए 650 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा इस प्रोजेक्ट को दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा।उसके बाद दरिया का पानी पूरी तरह से साफ हो जाएगा।क्योंकि इसमें इंडस्ट्री और सीवरेज का पानी गिरना बंद हो जाएगा। इसके अलावा दरिया के किनारे जालियां लगाई जा रही हैं।

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जमालपुर में 225 एमएलडी व बल्लोके में 60 एमएलडी के लगेंगे दो सीवरेज ट्रीटमेंट

मंत्री आशु ने बताया कि जमालपुर में 225 एमएलडी और बल्लोके में 60 एमएलडी के दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा हैबोवाल व ताजपुर डेयरी कांप्लेक्स में 6-6 एमएलडी के दो ईटीपी लगाए जा रहे हैं। यही नहीं 10 किलोमीटर लंबी इंटरसेप्टर सीवरेज लाइन भी बिछाई जा रही है।

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धान की सिंचाई के लिए पानी की ज्यादा आवश्यकता

नहरी विभाग के अफसरों का तर्क है कि इन दिनों धान की सिंचाई के लिए पानी की आवश्यकता ज्यादा है इसलिए सरहिंद नहर में पानी बंद करना संभव नहीं है। नहरी विभाग ने यहां तक कहा था कि अगर सूबे में दो दिन लगातार बारिश हुई तो पानी बंद किया जा सकता है। सूबे के बाकी हिस्सों में बारिश हो गई लेकिन मालवा के कुछ जिलों में बारिश न होने के कारण सरहिंद नहर में पानी की बहाव कम नहीं किया गया।


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