कैबिनेट मंत्री आशु बोले- कैप्टन को पार्टी का नुकसान नहीं करना चाहिए, सिद्धू पर साधी चुप्पी
भारत भूषण आशु ने कहा कि कैप्टन को कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है और उन्होंने भी कांग्रेस को बहुत दिया है। ऐसे में पार्टी के खिलाफ चलना ठीक नहीं लगता। सिद्धू के इस्तीफे और चन्नी सरकार के खिलाफ उनके रुख पर आशु खामोश हो गए।
सचिन आनंद, खन्ना (लुधियाना)। पंजाब कांग्रेस में नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के मंत्रिमंडल के गठन और प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के त्याग पत्र के बाद मचे घमासान के बीच कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने रविवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह को नसीहत दे डाली। हालांकि वे सिद्दहू के मसले पर चुप रहे। खन्ना अनाज मंडी में धान की खरीद का उद्घाटन करने आए आशु ने कहा कि कैप्टन को कांग्रेस के खिलाफ नहीं चलना चाहिए। उन्हें कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है और उन्होंने भी कांग्रेस को बहुत दिया है। ऐसे में पार्टी के खिलाफ चलना ठीक नहीं लगता। सिद्धू के इस्तीफे और चन्नी सरकार के खिलाफ उनके रुख पर आशु खामोश हो गए। उन्होंने कहा आज वे केवल किसानों की मेहनत और फसल के बारे में बात करने आए हैं। वे राजनीति को लेकर कोई बात नहीं करना चाहते।
कोटली देर से बने मंत्री
आशु ने कहा कि गुरकीरत सिंह कोटली को 2017 में पहले मंत्रिमंडल में ही मंत्री बन जाना चाहिए था। कोटली उनसे सीनियर भी हैं। लेकिन, ये मुकद्दर की बातें हैं। देर आए दुरुस्त आए। कोटली से वे हर तरह के सहयोग के लिए तैयार हैं।
कोटली ने कहा, कांग्रेस सरकार को क्रेडिट
नवजोत सिद्धू और सीएम चरनजीत सिंह चन्नी के खास गुरकीरत सिंह कोटली ने रविवार को एक बार फिर इशारों में कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल की तारीफ कर दी। उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल कांग्रेस सरकार के शासन में मंडियों में कोई समस्या नहीं आई। कोरोना काल जैसे चुनैतिपूर्ण समय में भी खरीद हुई।
किसान आंदोलन से हुआ प्रदेश का आर्थिक नुकसान
उद्योग मंत्री कोटली ने स्वीकार किया कि किसान संघर्ष के दौरान प्रदेश का आर्थिक नुकसान हुआ। प्रदेश में अव्यवस्था आई। केंद्र सरकार को तुरंत कानून रद करने चाहिए। किसान और आढ़ती का पुराना रिश्ता भी बरकरार रहे।
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