लाल किला हिंसा मामले के आरोपित लक्खा सिधाना के भाई से मारपीट का मामला गरमाया, पटियाला पुलिस ने भी दर्ज किए बयान
लाल किले पर हुई हिंसा के आरोपित लक्खा सिधाना के भाई से दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कथित मारपीट की मामला गरमा गया है। पंजाब पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं सुखबीर बादल ने भी इसकी निंदा की है।
जेएनएन, बठिंडा। लाल किला पर 26 जनवरी को हुई हिंसा के आरोपित लक्खा सिधाना के चचेरे भाई गुरदीप सिंह को उठाकर उससे मारपीट करने को लेकर दिल्ली पुलिस के पर लगे आरोप की पंजाब पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बठिंडा पुलिस की तरफ से जांच शुरू करने के बाद सोमवार को पटियाला पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। सोमवार देर शाम को पटियाला पुलिस की एक टीम बठिंडा पहुंची और सिविल अस्पताल में दाखिल गुरदीप सिंह के बयान दर्ज किए। गत रविवार को बठिंडा पुलिस ने भी गुरदीप सिंह निवासी सिधाना के बयान दर्ज कर लिए थे। इधर, सोमवार को दल खालसा के बाबा हरदीप सिंह महाराज अपने समर्थकों के साथ सिविल अस्पताल पहुंचे और घायल गुरदीप सिंह का हालचाल पूछा।
बाबा हरदीप ने कहा कि दिल्ली किसान मोर्च काे फेल करने के लिए केंद्र सरकार हिंसा का रास्ता अपनाकर नाैजवानों को निशान बना रही है। गुरदीप सिंह का दिल्ली पुलिस की तरफ से पंजाब से अगवा कर लेकर जाना तथा उस पर अत्याचार करने के मामले में मुख्यमंत्री पंजाब व पुलिस भी बराबर की दोषी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस द्वारा बेकूसर लोगों को पकड़कर उन्हें पीटना गलत है। अगर केंद्र सरकार ने आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो वह संघर्ष करेंगे।
बठिंडा के सिविल अस्पताल में दाखिल लाल किला हिंसा के मामले में वांछित लक्खा सिधाना का चचेरे भाई गुरदीप सिंह। सोमवार को दल खालसा के बाबा हरदीप सिंह महाराज अपने समर्थकों के साथ उनका हाल जानने पहुंचे।
दिल्ली पुलिस पर आरोप है कि लाल किला हिंसा के मामले में वांछित लक्खा सिधाना के चचेरे भाई गुरदीप सिंह को दिल्ली पुलिस की टीम ने पटियाला से हिरासत में लिया था। उसके साथ मारपीट की और उसे गंभीर अवस्था में अंबाला में छोड़कर चली गई। पंजाब पुलिस का कहना है कि जांच के बाद जरूरत पड़ी तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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रविवार को पंजाब पुलिस की जिला टीम ने गांव सिधाना के रहने वाले गुरदीप सिंह के बयान दर्ज किए। गुरदीप का कहना है कि वह एक छात्र है और उसका दिल्ली हिंसा में कोई हाथ नहीं है। जबकि लक्खा सिधाना ने कहा कि उसका चचेरा भाई गुरदीप सिंह लॉ की पढ़ाई कर रहा है। आठ अप्रैल को पटियाला में परीक्षा देने गया था। जहां से दिल्ली पुलिस ने उसे हिरासत लेने के बाद चंडीगढ़ ले जाकर मारपीट की। बाद में उसे अंबाला छोड़ दिया गया। जिसे वहां से लाकर शनिवार देर रात बठिंडा सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया।
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दिल्ली पुलिस के खिलाफ दर्ज हो अपहरण का केस : सुखबीर
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया है। सुखबीर ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने गुरदीप का अपहरण किया और निर्दयता के साथ पिटाई की। सुखबीर ने कैप्टन पर आरोप लगाया कि उन्होंने दिल्ली पुलिस को छापे मारने के लिए खुली छूट दे रखी है। जबकि पंजाब, दिल्ली पुलिस के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। ऐसी कार्रवाई को तुरंत रोकने की जरूरत है। सुखबीर ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने गुरदीप का अपहरण कर उसे प्रताडि़त किया है और इसलिए दिल्ली पुलिस के खिलाफ केस दर्ज किया जाए।
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