एनओसी के लिए भाजपा नेता और निगम अफसरों में हुई बहस, अभद्र व्यवहार के लगे आरोप
पंचशील कॉलोनी के दो प्लॉटों को रेगुलर करवाने के लिए नगर निगम दफ्तर के चक्कर लगा रहे भाजपा नेता पवन गर्ग और बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों में जमकर बहस हुई।
लुधियाना, जेएनएन। पंचशील कॉलोनी के दो प्लॉटों को रेगुलर करवाने के लिए नगर निगम दफ्तर के चक्कर लगा रहे भाजपा नेता पवन गर्ग और बिल्डिंग ब्रांच के अफसरों में जमकर बहस हुई। पवन गर्ग निगम अफसरों के खिलाफ धरने पर बैठ गए। इसी बीच भाजपा के अन्य नेता और बिल्डिंग ब्रांच के सीनियर अफसर भी पहुंच गए। भाजपा नेता के साथ धरने पर बैठे एक अन्य नेता के साथ निगम अफसरों की तू-तू मैं-मैं होने लगी। अन्य भाजपा नेताओं ने भी अफसरों का विरोध किया।
धरना देने वालों में पंजाब भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष गुरदेव शर्मा देबी, भाजपा के जिला उपप्रधान रजनीश धीमान व अन्य भी शामिल थे। पवर्न गर्ग ने बताया कि पंचशील कॉलोनी में उनके परिवार के दो प्लॉट हैं। उन्हें रेगुलर करवाने के लिए उन्होंने 2013 में 56 हजार रुपये और फिर बकाया राशि के दो ड्राफ्ट निगम में जमा करवाए। निगम ने वह दोनों ड्राफ्ट गुम कर दिए। उन्होंने बताया कि अब वह फिर से ड्राफ्ट लेकर निगम दफ्तर में जमा करवाने आ रहे हैं, लेकिन कई दिनों से निगम अफसर उन्हें घुमा रहे हैं और कोई भी पैसे लेने को तैयार नहीं हैं। पवन गर्ग ने बताया कि जब वह एटीपी विजय कुमार के पास गए तो उन्होंने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इसी कारण वह धरने पर बैठ गए।
उन्होंने इसकी सूचना उन्होंने पार्टी के सदस्यों को दी तो काफी संख्या में पदाधिकारी वहां पहुंचे। एटीपी ने अभद्र व्यवहार का आरोपों को नकारा वहीं एटीपी विजय कुमार का कहना है कि पवन गर्ग उनके पास पहली बार आए। उन्हें सम्मान के साथ दफ्तर में बैठाया। एटीपी ने बताया कि उन्होंने अपने मातहत कर्मचारियों से उनकी फाइल मंगवाई और उन्हें 10 मिनट इंतजार करने को कहा। इसके बाद उन्होंने जोर-जोर से बातें करनी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि पवन गर्ग के सभी आरोप निराधार हैं। उन्होंने किसी तरह का अभद्र व्यवहार नहीं किया। यह सिर्फ दबाव बनाने की प्रक्रिया है।