शिअद ने हाईजेक कर ले मुद्दा इसलिए क्रेडिट ले गए भाजपा नेता
शिरोमणि अकाली दल आजकल राज्य सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा।
राजेश भंट्ट, लुधियाना : शिरोमणि अकाली दल आजकल राज्य सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा। बीज घोटाला हो या फिर अवैध शराब की बिक्री मामला। इन सब मुद्दों पर अकाली दल का शीर्ष नेतृत्व अपनी रोटिया सेंकने के लिए सरकार को घेरने में लगा है। अकाली दल की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी अभी मौन थी। कोरोना काल में राशन बाटने को लेकर हुआ घपला भाजपाइयों के हाथ लगा तो उन्होंने फटाफट इस मुद्दे को लपककर सरकार को घेरना शुरू कर दिया। भाजपा नेताओं को डर था कि कहीं अकाली दल के नेता इस मामले को हाईजेक न कर लें इसलिए उन्होंने लॉकडाउन के बावजूद प्रेस काफ्रेंस बुलाकर मामले का पर्दाफाश किया। भाजपा के जिला प्रधान पुष्पिंदर सिंघल ने भी यह माना कि उन्हें लॉकडाउन के बावजूद इमरजेंसी में यह प्रेस काफ्रेंस बुलानी पड़ी। आखिर भाजपा ने इस मुद्दे को अकाली दल के पास जाने से रोककर खुद बाजी मार ही ली। बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध
मार्च में कोरोना फैलने पर लॉकडाउन और कफ्यरूं लागू हो गया। केंद्र व राज्य सरकारों ने इससे बचाव के लिए कई हिदायतें जारी कीं। इनमें दो गज की दूरी और किसी से हाथ न मिलाने की हिदायत भी थी। नगर निगम की तत्कालीन कमिश्नर केपी बराड़ में कोरोना का खौफ पहले ही पैदा हो गया था। उन्होंने उन नियमों का पालन शुरू कर दिया। निगम में कíमयों का काम के सिलसिले में उनके पास आना-जाना रहता था। विशेष सावधानी बरतते हुए पहले तो उन्होंने अपने दफ्तर में विजिटिंग चेयर अपने टेबल से दूर करवा दी। फिर टेबल पर काच का शीशा लगवा लिया ताकि जो भी व्यक्ति आए तो उस शीशे की वजह से संक्रमण उन तक न पहुंच सके। तब मीडिया कíमयों को उनके दफ्तर में जाने की परमिशन नहीं थी। जब नए कमिश्नर ने पदभार संभाला तो उस दिन खबरनवीसों को उनके टेबल पर यह प्रोटेक्टर वाल दिखी। इनको देखकर अनजान बना कर्मी
सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा रोजाना नगर निगम के जोन ए दफ्तर में बैठते हैं। वर्किग दिनों में वह तीन से चार घटे दफ्तर में जरूर बैठते हैं। जोन ए का हर कर्मचारी उनके स्वभाव से वाकिफ है। कई बार लोग समस्या लेकर उनके पास आते हैं तो वह खुद कागज पकड़कर संबंधित ब्राच में पहुंच जाते हैं। ऐसे में निगम के सभी कर्मचारी उनको अच्छे से पहचानते हैं। मगर कुछ दिन पहले वह अलग-अलग ब्राचों में जाकर मास्क न पहनने वालों की जाच कर रहे थे। एक कर्मचारी बिना मास्क के सीट पर बैठा था। सीनियर डिप्टी मेयर ने उससे कारण पूछा तो कर्मचारी ने कहा कि जनाब वह आपको नहीं पहचानता, आप कौन हैं। इस पर मल्होत्रा हंसने लगे और कहा कि नए आए हो। फिर कर्मचारी तपाक से बोला कि चार साल से जोन ए में ही कार्यरत हूं। इस पर मल्होत्रा भी हैरान हो गए। जबरदस्ती बीच में फंसाई कुर्सी
नगर निगम जोन डी दफ्तर में कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित करने और मृतकों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र देने के लिए समारोह हुआ। इसमें सामने की तरफ 30 और टेबल के साथ 20 कुर्सिया लगाई गईं। इन पर मेयर, कमिश्नर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर और अन्य सीनियर पार्षदों को बैठना था। मेयर बलकार संधू, सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा व डिप्टी मेयर सर्बजीत कौर एक साथ वहा पहुंचे जबकि निगम कमिश्नर पहले ही वहा आ चुके थे। मेयर ने कमिश्नर के साथ वाली कुर्सी ली और सीनियर डिप्टी मेयर उनके साथ वाली कुर्सी पर बैठ गए। सीनियर पार्षद डॉ. जय प्रकाश देरी से आए तो पहली पंक्ति में जगह नहीं थी। तभी पिछली लाइन में बैठे एक अफसर ने उन्हें कुर्सी दी तो उन्होंने अपनी कुर्सी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के बीच में फंसा दी। बस फिर क्या था, सीनियर डिप्टी मेयर वहा से किनारे हो गए।