Karva Chauth 2021: करवाचौथ पर इस बार बन रहा विशेष शुभ योग, लुधियाना में रात 8.07 बजे निकलेगा चांद
पति की दीर्घायु के लिए किए जाने वाले करवाचौथ के दिन इस बार विशेष योग बन रहे हैं। रविवार यानि सूर्य भगवान का वार होने के कारण इस दिन का महत्व और बढ़ जाता है। आइए जाने हैं पूजा विधि व शुभ मुहूर्त के बारे में...
जागरण संवाददाता, लुधियाना। सुहागिनों के लिए अखंड सौभाग्य का व्रत करवाचौथ, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुखी जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस वर्ष करवाचौथ का व्रत 24 अक्तूबर (रविवार) को है। इसको लेकर बाजार में दुकानें सज गई हैं। दुकानों पर कलश, छलनी, करवा चौथ कथा की पुस्तक, मट्ठी-फेनियों के अलावा सुहागिनों के श्रृंगार के सामान दुकानों में रखे गए हैं। महिलाओं ने अभी से करवा चौथ को लेकर बाजारों में खरीदारी शुरू कर दी है। वहीं बाजारों में भी खूब चहल-पहल दिखाई दे रही है।
करवा चौथ पर बन रहे शुभ योग
लुधियाना निवासी ज्योतिषाचार्या डा. पुनीत गुप्ता बताती हैं कि विवाहित महिलाओं के द्वारा पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखा जाने वाला महाव्रत करवा चौथ इस बार कई अच्छे संयोग में आ रहा है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को पड़ रही है। खास बात यह है कि पांच साल बाद फिर इस करवा चौथ पर शुभ योग बन रहा है।
करवा चौथ पर इस बार रोहिणी नक्षत्र में पूजन होगा जो अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि इस दिन चंद्र दर्शन से बहुत सी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह संयोग पांच साल बाद बन रहा है। यदि करवा चौथ रविवार या मंगलवार को पड़े तो यह चतुर्थी अधिक शुभ एवं शक्तिशाली मानी जाती है।
रविवार का दिन होने की वजह से भी व्रती महिलाओं को सूर्यदेव का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा। खासतौर पर सुहागिनों के लिए यह करवा चौथ अखंड सौभाग्य देने वाला होगा। इस बार रोहिणी नक्षत्र में चांद निकलेगा और पूजन होगा। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि इस साल 24 अक्टूबर 2021, रविवार सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी जो अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। इस बार करवा चौथ पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 06:55 से लेकर 08:51 तक रहेगा। वहीं करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय लुधियाना में रात 8 बजकर 07 मिनट है, लेकिन अलग-अलग स्थानों के हिसाब से चंद्रोदय का समय भी अलग होता है।
पूजा विधि
करवा चौथ के दिन मां पार्वती, भगवान शिव, कार्तिकेय एवं गणेश सहित शिव परिवार का पूजन किया जाता है। मां पार्वती से सुहागिनें अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं। इस दिन करवे में जल भरकर कथा सुनी जाती है। महिलाएं सुबह सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलती हैं।
करवा चौथ के दिन सुहागिनों को लाल, गुलाबी, पीला,हरा और महरून रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। पहली बार करवा चौथ व्रत रखने वाली स्त्रियों को लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं अगर शादी का जोड़ा पहनती हैं तो, इसे और उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।