Move to Jagran APP

शादी से लौट रहे भाजपा नेता पर हमला, मदद के लिए एसएचओ को फोन किया तो मिला यह जवाब

भाजपा नेता चरणजीत सिंह पर चार लोगों ने लोहे के सरिये से हमला कर दिया। चरणजीत सिंह ने फोन करके एसएचओ से मदद मांगी, तो एसएचओ ने कहा कि वह उसका नौकर नहीं है।

By Sat PaulEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 05:52 PM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 10:05 AM (IST)
शादी से लौट रहे भाजपा नेता पर हमला, मदद के लिए एसएचओ को फोन किया तो मिला यह जवाब
शादी से लौट रहे भाजपा नेता पर हमला, मदद के लिए एसएचओ को फोन किया तो मिला यह जवाब

लुधियाना, [राजन कैंथ]। भाजपा मंडल प्रभारी दुगरी निवासी चरणजीत सिंह पर चार लोगों ने लोहे के सरिये से हमला कर दिया। घायल चरणजीत सिंह ने फोन करके एसएचओ से मदद मांगी, तो एसएचओ ने फटकार लगाते हुए कहा कि वह उसका नौकर नहीं है। वहीं रात एक बजे थाने के बाहर एएसआइ, मुंशी और संतरी ने धमकाते हुए कहा कि भाग जा वरना तुझे भी अंदर कर देंगे। देर रात पीड़‍ित की पत्नी ने पंजाब सरकार के हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल करके एसएचओ, एएसआइ, मुंशी और संतरी समेत चारों आरोपितों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। वहीं देर रात चरणजीत सिंह और एसएचओ के बीच हुई बातचीत का आॅडियो पुलिस के उच्चाधिकारियों के पास पहुंच गया है। जिसे लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

loksabha election banner

कंस्ट्रक्शन का काम करने वाले और आरएसएस से जुड़े दुगरी फेस वन निवासी चरणजीत सिंह ने बताया कि वह भाजपा मंडल के प्रभारी हैं। शनिवार रात 11.15 बजे शादी समारोह से लौटते समय वह पासी चौक में रुक गए। वहां पहले से खड़े चार युवकों ने बहसबाजी करने के बाद उन पर हमला कर दिया। एक ने सरिये से उनकी पीठ और कंधे पर वार कर दिया। आरोपितों ने उनकी जेब से दोनों मोबाइल निकाले और इनोवा में सवार होकर फरार हो गए। जाते समय हमलावर दोनों मोबाइल गाड़ी से बाहर फेंक गए।

चरणजीत ने कहा कि इसके बाद उन्होंने तुरंत पीसीआर को फोन किया, मगर कोई नहीं पहुंचा। रात करीब 11.35 बजे वह दुगरी थाने चला गया। थाने का गेट बंद मिला। गेट को जोर से हिलाया, लेकिन किसी ने भी गेट नहीं खोला। 15 मिनट इंतजार करने के बाद उसने अपने दोस्त को कॉल की और दुगरी चौक चला गया। रात 12.16 बजे उसने एसएचओ को फोन किया, लेकिन निराशा हाथ लगी। एसएचओ के कहने पर वह दोबारा थाने गया। वहां मुंशी, संतरी और एएसआइ उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि इसी व्यक्ति ने हमें एसएचओ से डांट पड़वाई है, इसको उठाकर लॉकअप में डालो। डर के मारे वो वहां से घर चला गया। देर रात उसकी पत्नी ने 181 पर एसएचओ, एएसआइ, मुंशी और संतरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। चरणजीत ने कहा कि वह सारा मामला आरएसएस पदाधिकारियों के सामने भी रख चुका है।

बातचीत का ऑडियो पुलिस के पास पहुंचा, एसीपी कर रहे मामले की जांच

लुधियाना के डीसीपी अश्विनी कपूर का कहना है कि चरणजीत सिंह और एसएचओ के बीच हुई बातचीत का आॅडियो पुलिस के पास भी पहुंचा है। जिसकी जांच करवाई जा रही है। मामले की जांच एसीपी रमनदीप सिंह कर रहे हैं। जांच के बाद जो भी कार्रवाई होगी, कर दी जाएगी।

रात को फोन करना कहां तक मुनासिब: एसएचओ

थाना दुगरी के एसएचओ गुरबचन सिंह ने कहा कि शिकायतकर्ता रात को थाने के बाहर खड़ा होकर फोन कर रहा था। रात को फोन करना कहां तक मुनासिब है। थाने के बाहर मुंशी का फोन नंबर लिखा है, उसे मुंशी को फोन करना चाहिए था। मुझे वो मिला ही नहीं। सुबह वह दरख्वास्त लिखा कर गया, जिसकी जांच की जा रही है।

एसएचओ के साथ चरणजीत की बातचीत के अंश

चरणजीत: हेलो एसएचओ साहब, असी थाने दे बाहर इक घंटा खड़ के आ गए जी, किसे ने गेट नी खोलेया। मैं 181 ते कंप्लेट लखाई आ।

एसएचओ: कौण बोलदे तुसीं

चरणजीत: मैं चरणजीत सिंह बोलदा जी

एसएचओ: चरणजीत कौण?

चरणजीत: जनाब मेरा नाम चरणजीत सिंह ऐ

एसएचओ:  नईं... तैनूं टाइम नी पता ? टाइम चेक कर जरा।

चरणजीत: सर रात नूं कोई क्रिमिनल एक्टीविटी हो जाए तां...

एसएचओ: रात दा की मतलब आ.... तेरा मैं नौकर हां?

चरणजीत: नौकर नहीं सर, यू आर ए पब्लिक सरवेंट

एसएचओ: तूं थाने गल कर, तैनूं नीं पता तू एसएचओ नाल गल कर रेहा

चरणजीत: सर मेरे कोल जो नंबर है, मैं ओसे ते ही गल करांगा ...

एसएचओ: तू रात नूं फोन करदा पेया, मैं तेरा नौकर आं ...?

चरणजीत: सर यू आर ए पब्लिक सरवेंट ...

एसएचओ: तू गल्लां कर रेहां दारू पी के

चरणजीत: सर मैं दारू नी पींदा, मेरे ते हमला होया सै, मेरे ते चार बंदेयां ने हमला कीता सर, मैं आरएसएस दा वर्कर आं ...

एसएचओ: वर्कर आं तू .... थाने जा के रपट लखा फेर ...

चरणजीत: रात 12 बजे थाना बंद हो जांदा सर ?

एसएचओ: थाना खुला हैगा जदों मर्जी जा ...

चरणजीत: सर इक घंटा खड़ के आया मैं ... थाना खोलेया नीं किसे ने ... मैं हुण भी थाने दे बाहर खड़ा, भेजो किसे नूं, मेरा मेडिकल कराओ जे मैं दारू पीती ते।

एसएचओ: तूं थाने जा के लिखा, मैं कहंदा मुंशी नूं

चरणजीत: सर कोई गेट नहीं खोल रेहा, मैं गेट

दे बाहर खड़ा

एसएचओ: ओके। गेट ते खड़ा होके वेट कर।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.