अपने अंदर गुणों को बढ़ाएं, खुद भी और दूसरों को भी सुख मिलेगा: आशीष मुनि
जैन स्थानक सिविल लाइंस में रविवार की विशेष चातुर्मास सभा हुई।
संस, लुधियाना : श्रमण संघीय सलाहकार तपस्वीरत्न सुमति प्रकाश के सुशिष्य श्रमण संघीय मंत्री आशीष मुनि, तत्व चितक उत्तम ठाणा-2, जिन शासन ज्योति साध्वी गीता आदि ठाणा-4 के सान्निध्य में जैन स्थानक सिविल लाइंस में रविवार की विशेष चातुर्मास सभा हुई।
इसमें श्रमण प्रवर मंत्री आशीष मुनि म. ने कहा कि मनुष्य जीवन दुर्लभ है। इस जन्म का सभी को लाभ उठाना चाहिए। खासकर प्रभु भक्ति में। उन्होंने आगे कहा कि सब लोग प्रकाश को चाहते हैं पर अंधकार को कोई नहीं चाहता। दीपक प्रकाश देता है, इसलिए लोग प्रकाश के साथ-साथ दीपक को भी चाहते हैं। जो दीपक का प्रकाश है। वह दीपक का गुण है। जिससे लोग दीपक का सम्मान करते है, उसे चाहते हैं। ठीक इसी प्रकार से दूसरे लोग भी आपसे सुख चाहतें है। यदि आप दूसरों को सुख देंगे, तो दूसरे लोग आपका भी सम्मान करेंगे। दूसरों को सुख मिलेगा आपके गुणों से। इसका अर्थ हुआ कि आपके अंदर बहुत सारे गुण होने चाहिए। इसलिए अपने अंदर इन गुणों को बढ़ाएं। स्वयं भी सुखी रहें तथा दूसरों को भी सुख दें। तत्व चितक उत्तम मुनि ने कहा कि गलत दोस्तों से सदा बचकर रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि जीवन में अच्छाई और बुराई आने के मूल कारण है, संगति। बुरे दोस्तों के बीच में रहेंगे तो बहुत सी बुराई स्वत: ही आ जाती है।
इस अवसर पर मानव रत्न रामकुमार जैन, सभाध्यक्ष अरिदमन जैन, सुभाष जैन महावीर शूटिग, अजीत के जैन, विश्वा जैन, विजय जैन जैन पैकेवल, रविदर जैन भ्राता, विनोद जैन गोयम, अजय जैन, आदर जैन, आदि शामिल थे।