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गाइनो, डीएनबी स्टूडेंट्स और नर्स मरीजों से करती हैं दुव्यर्वहार

आशा वर्करों ने गाइनो पर दु‌र्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 05:30 AM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 06:30 AM (IST)
गाइनो, डीएनबी स्टूडेंट्स और नर्स मरीजों से करती हैं दुव्यर्वहार
गाइनो, डीएनबी स्टूडेंट्स और नर्स मरीजों से करती हैं दुव्यर्वहार

जास, लुधियाना : सिविल अस्पताल में स्थित मदर एंड चाइल्ड अस्पताल में वीरवार को दो दर्जन से अधिक आशा वर्करों ने स्टाफ व गाइनो पर दु‌र्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि अस्पताल की एक महिला गाइनो, डीएनबी स्टूडेंट व लेबर रूम उनसे और मरीजों के साथ दु‌र्व्यवहार करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब किसी महिला को वह प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती करवाते हैं, तो उनकी देखरेख नहीं होती है। महिलाएं प्रसव के लिए चार-पांच दिन तक पड़ी रहती हैं। न तो नर्सिग स्टाफ पूछती हैं और न ही गाइनो आकर देखती हैं। यही नहीं, गर्भवती महिलाओं को वह प्रसव पीड़ा के साथ लेकर आती हैं, तो उन्हें लेबर रूम में देखने की बजाए ओपीडी में जाकर जांच करवाने के लिए कहा जाता है। ओपीडी में महिलाओं की लंबी कतारें होती है। जहां प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिलाओं को और परेशानी का सामना करना पड़ता है। आशा वर्करों ने कहा कि जब वह गाइनो को गर्भवती महिलाओं की परेशानी बताती हैं, तो उनके साथ ही बुरा व्यवहार किया जाता है। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि महिला गाइनो व डीएनबी स्टूडेंट्स की तरफ से दूसरे राज्यों की रहने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ बेहद बुरा व्यवहार किया जाता है। आशा वर्करों ने गाइनो व डीएनबी स्टूडेंट के खिलाफ लिखित में शिकायत भी दी। साथ ही चेतावनी दी कि यदि अस्पताल में उनके साथ दु‌र्व्यवहार होता रहा, तो वे स्वास्थ्य सेवाओं का बायकाट करेंगी। शिकायत मिली है, जांच होगी: एसएमओ

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आशा वर्करों के आरोपों पर एसएमओ डॉ. अविनाश जिदल ने कहा कि मामला उनके ध्यान में हैं। आशा वर्करों ने गाइनो, डीएनबी स्टूडेंट्स व नर्सिग स्टाफ के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। मदर एंड चाइल्ड अस्पताल की एसएमओ को जांच के लिए शिकायत फॉरवर्ड कर दी गई है। उनकी तरफ से मामले की जांच करवाई जा रही है।


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