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कमर और कूल्हे को मजबूत बनाता है अर्ध उष्ट्रासन

स्वस्थ रहने के लिए योग सबसे अच्छा माध्यम है। इनमें अर्ध उष्ट्रासन भी शामिल है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 06:30 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 06:30 AM (IST)
कमर और कूल्हे को मजबूत बनाता है अर्ध उष्ट्रासन
कमर और कूल्हे को मजबूत बनाता है अर्ध उष्ट्रासन

लुधियाना : स्वस्थ रहने के लिए योग सबसे अच्छा माध्यम है। इनमें अर्ध उष्ट्रासन भी शामिल है। यह आसन रोज करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है, कमर और कूल्हे मजबूत बनते हैं। इसके साथ ही कमर दर्द की समस्या भी दूर हो जाती है। इसके अलावा चेहरे पर रौनक आती है। इसलिए इस आसन को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ रहें।

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विधि : पहले दंडासन की मुद्रा में बैठ जाएं। धीरे से दोनों पैरों को घुटने से मोड़ कर वज्रासन की मुद्रा में आएं। दोनों पैरों के मध्य थोड़ी दूरी रहनी चाहिए। अब घुटने के बल खड़े हो जाएं। दाएं हाथ को ऊपर ले जाते हुए व देखते हुए हाथ से दाहिने पैर की एड़ी को पकड़ें। फिर बाएं हाथ को ऊपर ले जाते हुए बाएं पैर की एड़ी को पकड़ लें। श्वास को रोक कर फिर लंबी गहरी सांस लेते रहें और गर्दन को पीछे की ओर ले जाएं। ध्यान रहे आपके हाथ सीधे होने चाहिए। नितंबों को आगे की तरफ रखें, परंतु ज्यादा पीछे ना झुकें। इस मुद्रा में 10 सेकेंड तक रहे। इसके बाद कमर के निचले भाग में खिचाव महसूस होगा। फिर धीरे-धीरे पहले वाली अवस्था में आ जाएं। वापस आने के लिए सांस लेते हुए बाजुओं को कंधे की सीध में ले आएं ओर बालासन में आराम करें।

सावधानियां: जिन लोगों को हर्निया हो, जिनकी पेट की सर्जरी हुई हो या जिनके गर्दन या पीठ में चोट या सूजन हो, उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए। -संजीव त्यागी, योग गुरु एवं एवरेस्ट योगा इंस्टीटयूट के निदेशक


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