बेसहारा बछड़े को दूध पिला रही दूसरी गाय
समराला : जहां इंसानों में प्यार नहीं, वहां पशुओं में प्यार है।
संवाद सहयोगी, समराला : जहां इंसानों में प्यार नहीं, वहां पशुओं में प्यार है। ऐसी मिसाल दुर्गा मंदिर के पीछे एक खाली प्लाट में देखने को मिली, जहां दुर्घटना में घायल गायों का इलाज एनआरआइ तरसेम कुमार और उसके साथी कर रहे हैं। तरसेम कुमार को करीब 5 दिन पहले एक दुर्घटना में घायल हुई बेसहारा गाय मिली। उस गाय ने एक बछड़े को जन्म दिया, लेकिन जब बछड़ा दूध पीने लगा तो गाय के नीचे दूध नहीं था। यह देखकर एक दूसरी बेसहारा गाय ने दूध से तड़पते बछडे़ को देखकर अपना दूध पिलाना शुरू कर दिया। यह दृश्य देखकर दुर्घटना में घायल गायों का इलाज करने वालों की आंखों में आंसू आ गए।
एनआरआइ तरसेम कुमार को घायल हालत में एक बेसहारा गाय सड़क पर बैठी मिली थी। तरसेम और उसके साथी गाय को दुर्गा मंदिर के पास एक खाली स्थान पर ले गए और उसका इलाज शुरू कर दिया। 5 दिन इलाज करने के बाद उस गाय ने एक बछडे़ को जन्म दिया। जब बछड़ा दूध पीने लगा तो उसके नीचे दूध नहीं था। यह देखकर भजन सिंह उसकी बेटी ऋतु तूर, तरसेम कुमार और ज्ञान चंद परेशान हो उठे और उन्होंने बछड़े को शीशी से दूध पिलाना शुरू कर दिया।
दूसरे दिन गोशाला के आगे एक अन्य गाय घायल हालत में सड़क पर मिली जिसकी गर्दन पर कीडे़ पडे़ हुए थे। संगठन के सदस्य उसे उपचार के लिए उसी स्थान पर ले आए जहां पहली गाय ने बछड़े को जन्म दिया था। जैसे ही घायल गाय का इलाज करने लगे तो तुरत ही गाय दूसरी गाय के बछडे़ के पास चली गई और उसे अपना दूध पिलाना शुरू कर दिया। यह कुदरत का करिश्मा देख आसपास के लोग भी हैरान हो गए कि बेसहारा गाय के बछडे़ को दूसरी गाय अपना दूध पिला रही है। इस मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि इंसानों से ज्यादा प्यार जानवरों में है जो बछडे़ को भूखा नहीं देख सकी। अब बछड़ा दूसरी आवारा गाय का दूध पी रहा है।