सरकारी स्कूलों में मिल रहीं सभी सुविधाएं, लेक्चरर ने बेटे का करवाया दाखिला
जगराओं में सरकारी स्कूल के लेक्चरर जतिंदर ने अपने बेटे का दाखिला भी सरकारी स्कूल में करवाया है।
बिदु उप्पल, जगराओं : सरकारी स्कूल अब किसी भी स्तर पर निजी स्कूलों से कम नहीं हैं। सरकारी स्कूल अब स्मार्ट भी हो गए हैं और वहां बच्चों को पढ़ाई के लिए सभी सुविधाएं मिल रही हैं। अभिभावक भी अब बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल ब्वायज तहसील जगराओं के सीनियर फिजिक्स लेक्चरर जतिदर सिंह ने भी अपने बेटे जसकरण सिंह का सरकारी स्कूल में 11वीं नान-मेडिकल ग्रुप में दाखिला करवाया है।
लेक्चरर जतिदर ने बताया कि जसकरण निजी तेजस पब्लिक स्कूल में दसवीं कक्षा में था। कोरोना महामारी के कारण सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया था। अब प्राइवेट स्कूलों की बजाय सूबे में सरकारी स्मार्ट स्कूलों का बोलबाला है, जहां विद्यार्थियों को सभी सुविधाएं मिल रही हैं। सरकारी स्कूल भी स्मार्ट हो गए हैं। बच्चों की पढ़ाई पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है। इसलिए उन्होंने अपने बेटे का भी सरकारी स्कूल में दाखिला करवाया है। अभिभावकों को अपने बच्चों का सरकारी स्कूल में दाखिला करवाना चाहिए।
जसकरण ने कहा कि अब मेरा नाम ई-पंजाब में भी दर्ज हो गया है और मेरी आइडी भी बन गई है। प्राइवेट स्कूल में पढ़ने के साथ ट्यूशन भी रखनी पड़ती है, जिससे सेल्फ स्टडी का मौका नहीं मिलता था। अब सरकारी स्कूलों में मिल रही आधुनिक सुविधाओं के साथ सेल्फ स्टडी कर अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। मां राजविदर कौर जोकि सरकारी प्राइमरी टीचर हैं, ने कहा कि सरकारी स्कूलों से पढ़कर ही बच्चे एमबीबीएस व इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे की कामयाबी का श्रेय किसी बोर्ड को नहीं, बल्कि उसकी मेहनत को जाता है। इसलिए हमने अपने बेटे जसकरण को सरकारी स्कूल में दाखिला करवाया है।