पूर्व शिअद विधायक कलेर ने की धरने में शामिल होने की अपील
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के पूर्व विधायक एसआर कलेर ने पार्टी की लीडरशिप के सदस्यों को साथ लेकर ग्राम स्तर तक लोगों के साथ बैठकें की।
संवाद सहयोगी, जगराओं : कृषि अध्यादेशों के खिलाफ 25 सितंबर को दिए जाने वाले धरने प्रदर्शन के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के पूर्व विधायक एसआर कलेर ने पार्टी की लीडरशिप के सदस्यों को साथ लेकर ग्राम स्तर तक लोगों के साथ बैठकें की। उन्होंने मेन चौक पुल के नजदीक 25 सितंबर को सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक चक्का जाम में शामिल होकर इसे सफल बनाने के लिए वर्करों को प्रेरित किया। उन्होंने गांव से सिद्धवां कलां, बरसात बरसाल, गालिब कलां, गिद्दड़विडी, मीरपुर हांस आदि में वर्करों से कहा कि अब समय है कि सभी मिलकर अपनी आवाज बुलंद करें जो केंद्र सरकार तक गूंजे कि उसने किसानों की आवाज को दबाकर जो अध्यादेश पास किए हैं, उन्हें वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब कृषि प्रधान राज्य है। किसान विरोधी बिलों से देश का किसान बर्बाद हो जाएगा। इसलिए ऐसे जन विरोधी बिल कानून का रूप नहीं लेने चाहिए।
सीटू का आरोप, केंद्र सरकार है किसान विरोधी
केंद्र सरकार द्वारा किसान व मजदूर विरोधी नीतियां बंद करवाने के लिए सीटू नेताओं ने प्रशासन को मांगपत्र सौंपा। प्रधानमंत्री के नाम के इस मांगपत्र में प्रदेश उपाध्यक्ष परमजीत सिंह नीलों व अमरनाथ कूमकलां ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा अपनाई गई नीतियों के कारण देश आर्थिक तबाही की ओर जा रहा है। साजिश के तहत कुदरती स्त्रोतों को कारपोरेट घरानों को सौंपा जा रहा है। किसान विरोधी विधेयक व नया मोटर व्हीकल कानून देश के किसान, आढ़तियों, मजदूर, ट्रांस्पोर्टरो को खत्म कर देगा। सीटू इस कानून को रद करवाने के लिए किसानों द्वारा किए जा रहे बंद का समर्थन करेगी। मांगपत्र में कई अन्य मांगों का भी जिक्र किया गया है।