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लोकसभा चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में अकाली दल का ग्राफ गिरा, दाखा में हार पर मंथन करेगी पार्टी

लोकसभा चुनाव में शहरी सीटों पर भारी वोटें लेने के बावजूद शिराेमिण अकाली दल (शिअद) को ग्रामीण क्षेत्रों में हार का मुंह देखना पड़ा।

By Vipin KumarEdited By: Published: Wed, 29 May 2019 09:43 AM (IST)Updated: Wed, 29 May 2019 02:26 PM (IST)
लोकसभा चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में अकाली दल का ग्राफ गिरा, दाखा में हार पर मंथन करेगी पार्टी
लोकसभा चुनाव में ग्रामीण क्षेत्रों में अकाली दल का ग्राफ गिरा, दाखा में हार पर मंथन करेगी पार्टी

लुधियाना, [अर्शदीप समर]।  लोकसभा चुनाव में शहरी सीटों पर भारी वोटें लेने के बावजूद शिराेमिण अकाली दल (शिअद) को ग्रामीण क्षेत्रों में हार का मुंह देखना पड़ा। ग्रामीण सीटों पर खुद को हमेशा से मजबूत मानने वाले शिअद का वोट बैंक लगातार गिरता जा रहा है। शिअद काे ग्रामीण हलकों की तीन सीटाें विधानसभा मुल्लांपुर दाखा, जगराओं और गिल से 2014 लोकसभा चुनाव से भी कम वोटें पड़ी। इस नतीजे के आने के बाद शिअद के लिए एक ओर बड़ी समस्या सामने आकर खड़ी हो गई है।

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2003 विधानसभा मुल्लांपुर दाखा से आप के विधायक एचएस फूलका काफी समय से इस्तीफा दे चुके हैं और इसका फैसला स्पीकर के पास पेंडिंग है। शिअद के सीनियर नेताओं का कहना है कि अगर अगले कुछ महीनों में दाखा विधानसभा हलके के उपचुनाव होते हैं तो शिअद की जमीनी स्तर पर स्थिति काफी कमजोर है। इसको लेकर अभी से शिअद के नेताओं ने मंथन करना शुरू कर दिया है। वहीं मुल्लापुर दाखा विधानसभा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस में तेजी आ गई है। दावेदार नेताओं ने अभी से ही हाईकमान की तरफ रुख कर लिया है और वे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दरबार में लगातार हाजिरी लगाने में जुट गए हैं।

2014 चुनाव के नतीजों से भी वोटें हुई कम

शिअद की मुल्लांपुर दाखा से लगातार वोटें कम होती जा रही हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में मुल्लांपुर दाखा से शिअद उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अय्याली को 40,736 वोटें पड़ी थी। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में इन वोटों की संख्या 28,896 पर ही सिमट गई। वधानसभा गिल और जगराओं में भी शिअद के वोट कम हुए हैं। विधानसभा जगराओं से 2014 लोकसभा चुनाव में शिअद को 26,303 वोटें पड़ी थी, लेकिन इस बार वोटें कम हो कर 21,342 रह गईं। इसी प्रकार विधानसभा गिल से भी 2014 लोकसभा में 41,482 वोटों की संख्या 39,818 रह गई।

ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ा कांग्रेस का आधार

पंचायत चुनाव, जिला परिषद चुनाव और ब्लाक समिति सदस्य चुनाव में कांग्रेस ने परचम लहराया था और इस चुनाव में भी शिअद को हार का मुंह देखना पड़ा था। कांग्रेस ने इन तीनों चुनाव में ग्रामीण हलकों में मजबूत हुई थी। कांग्रेस को 2014 से ज्यादा 2019 लोकसभा चुनाव में वोटें पड़ी। 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को विस मुल्लांपुर दाखा से 29893 वोटें पड़ी थी। 2019 में यह आंकड़ा 43644 पर पहुंच गया। विस जगराओं से 2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू को 23845 वोटें पड़ी थी, पर 2019 में बढ़कर 46,772 पर पहुंच गया।

उपचुनाव में फिर से होगा त्रिकोणीय मुकाबला

विधानसभा मुल्लांपुर दाखा के उपचुनाव को लेकर जहां एक तरफ शिअद ने मंथन करना शुरू कर दिया है। वहीं, कांग्रेस भी खुद को मजबूत स्थित में मानते हुए काम करने में जुटी हुई है। लोक इंसाफ पार्टी के संयोजक एवं विधायक सिमरजीत सिंह बैंस का भी मजबूत आधार है। मुल्लांपुर दाखा के उपचुनाव में त्रिकोणा मुकाबला रहेगा। जहां शिअद खुद को साबित करने के लिए पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। वहीं, कांग्रेस की मजबूत स्थिति के चलते वह इस सीट को जीतने की कोशिश करेंगे। उधर, लिप भी इस सीट पर कब्जा जमाने के लिए हर प्रकार की रणनीति तैयार करेगी।

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