कृषि विभाग ने किसानाें काे चेताया, कोरोना काल में पराली जलाना सेहत के लिए हाे सकता है हानिकारक
डॉ. गुरदीप सिंह ने बताया कि जिस गांव में पूरे गांव में पराली को आग नहीं लगाई जाएगी तो उस गांव की पंचायत को सम्मानित भी किया जाएगा।
जगराओं, [बिंदु उप्पल]। कोरोना महामारी बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है और वहीं पराली को आग लगाने से जहां वातावरण प्रदूषित होगा वहीं धुंए से सांस लेने में मुश्किल आने से कोरोना के ज्यादा फैलने का खतरा है। कृषि विभाग की टीमों को लोगों में पराली न जलाओ के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए है। किसान धान की कटाई के बाद पराली को जलाएं नहीं बल्कि पराली को संभालें। ताकि इसे अन्य कार्यों के लिए उपयोग में लाया जाए।
यह बात जिला खेतीबाड़ी अफसर डॉ. नरिंदर सिंह बैनीपाल ने जागरूकता मुहिम के दाैरान कही।बैनीपाल ने कहा कि ब्लॉक खेतीबाड़ी अफसर डॉ. गुरदीप सिंह, एडीओ डॉ.रमिंदर सिंह की टीम की ओर से गांव-गांव, किसान-किसान पराली न जलाना प्रति जागरूकता शुरू हो गईं है। ताकि किसानों को पराली को आग लगाने से होने वाले नुकसान के बारे जानकारी दी जाए।
आधुनिक मशीनरी पर सब्सिडी दे रही सरकार
इस मौके पर ब्लॉक खेतीबाड़ी अफसर डॉ. गुरदीप सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार पराली को संभालने के लिए आधुनिक मशीनरी पर सब्सिडी पर दे रही है जिन किसानों के पास अभी यह मशीनरी नहीं है। वह यह मशीनरी अपने गांव की सहकारी सभा या फिर सेल्फ हेल्प ग्रुपों से किराये पर यह मशीनरी हासिल करके पराली को संभाल सकते है। इसके अलावा जो किसान पराली को आग नहीं लगाएंगे उनको जिला प्रशासन व खेतीबाड़ी विभाग के द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
डॉ. गुरदीप सिंह ने बताया कि जिस गांव में पूरे गांव में पराली को आग नहीं लगाई जाएगी तो उस गांव की पंचायत को सम्मानित भी किया जाएगा। इसलिए हमें वातावरण प्रेमी बन पराली को आग न लगाकर कोरोना महामारी को अधिक फैलने से रोकें।