कई सालों बाद जून के पहले सप्ताह में पारा 30 के आसपास पहुंचा
जून के पहले सप्ताह में पारा कई सालों बाद 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचा है। जिसकी वजह से लोगों को कुछ राहत जरूर मिली। मौसम विभाग की मानें तो जून के पहले सप्ताह में सामान्य तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस के आसपास होना चाहिए था
जागरण संवाददाता, लुधियाना : जून के पहले सप्ताह में पारा कई सालों बाद 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचा है। इस कारण लोगों को कुछ राहत जरूर मिली। लुधियाना में शनिवार को सुबह हलकी बूंदाबादी हुई। मौसम विभाग की मानें तो जून के पहले सप्ताह में सामान्य तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस के आसपास होना चाहिए था, जबकि इस सप्ताह में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शनिवार को जालंधर में सबसे कम तापमान रिकॉर्ड किया गया, जबकि फिरोजपुर में सबसे ज्यादा तापमान रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो तीन दिन बादल छाए रहेंगे और तापमान सामान्य से कम रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार जून के पहले सप्ताह में 2019 में 41.2, 2018 में 35.9, 2017 में 31.1, 2016 में 38.5, 2015 में 34.1, 2014 में 37.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। यह तापमान इन सालों में पहले सप्ताह में सबसे कम रहा था। इस साल का जून के पहले सप्ताह में सबसे कम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के करीब तक पहुंच चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को अमृतसर में 29.5, बठिडा 35.1, फिरोजपुर 35.5, जालंधर 29.3, लुधियाना 30.6, पटियाला 35.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
- कई इलाकों में हुआ जलभराव
शुक्रवार देर रात तथा शनिवार सुबह के समय हुई बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव भी हो गया। नगर निगम के तमाम दावों के बावजूद सड़कों पर जमा पानी लोगों के लिए परेशानी का सबब बना रहा। इस क्रम में 120 फुटी रोड, बस्ती शेख काला सिघा का रोड, बस्ती बावा खेल, कपूरथला चौक, इकहरी पुली तथा दोमोरिया पुल के आसपास के इलाकों में जलभराव हो गया। जो बारिश बंद होने के बाद भी दिन भर यथावत रहा। सीवरेज की सफाई के अभाव में लोगों को बारिश के पानी के चलते भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
- सीजन की सब्जियों पर नहीं पड़ेगा असर
इस बारे में मौसम विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टर विनीत शर्मा बताते हैं कि इतनी बारिश से सीजन की सब्जियों पर खासा असर नहीं पड़ेगा। कारण, बीच-बीच में धूप खिलने से सब्जियों की जरूरत बारिश के पानी से कुदरती पानी के साथ हो रही है। लिहाजा अगर लगातार बारिश होती है तो उससे खरबूजे की मिठास पर असर जरूर पड़ेगा।