चीन पर अमेरिका की आर्थिक सख्ती, भारत में तेज हुई बिजनेस इंक्वायरी
अमेरिका और चीन के बीच छिड़ी ट्रेड वार का लाभ भारतीय निर्यातकों को मिल सकता है।
मुनीश शर्मा, लुधियाना
अमेरिका और चीन के बीच छिड़ी ट्रेड वार का लाभ भारतीय निर्यातकों को मिल सकता है। अमेरिका द्वारा चीन से होने वाले उत्पादों के आयात पर 10 से 35 फीसद तक ड्यूटी लगाने के बाद भारतीय निर्यातकों के पास यूएस से बिजनेस इंक्वायरीज में तेजी आई है। निर्यातकों का मानना है आने वाले वक्त में अमेरिका के लिए निर्यात का ग्राफ उछल सकता है।
निर्यातकों का दावा है कि चीन आयात पर ड्यूटी लगने के बाद कीमत का गैप करीब करीब खत्म हो गया है। ऐसे में अमेरिकी बायर्स भारत को तवज्जों दे रहे हैं। पंजाब में इसका सीधा लाभ इंजीनिय¨रग उद्योग में हैंडटूल, फास्टनर, ऑटो पार्ट्स उद्योगों को होगा। अमेरिकी बायर अब उक्त उत्पादों के लिए भारतीय उद्यमियों के साथ कारोबारी बातचीत कर रहे हैं।
लुधियाना हैंडटूल एसोसिएशन के प्रधान एंव फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गनाइजेशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एससी रल्हन के मुताबिक यह दौर भारतीय एक्सपोर्ट के लिए अच्छा है। जहां सरकार की ओर से ब्याज में छूट दी गई है, वहीं अब अमेरिका की ओर से चीन के उत्पादों की इंपोर्ट पर ड्यूटी लगने से अमेरिका कंपनियां भारत की ओर रूख कर रही हैं। रजनीश इंटरनेशनल के डायरेक्टर एमडी रजनीश आहुजा के मुताबिक चीन से अमेरिका के बिगड़ते रिश्तों के चलते चीन पर जहां ड्यूटी बढ़ाई गई है, वहीं कई कंपनियों ने व्यापार भी कम कर लिया है। चीन के प्रतिद्वंद्वी के रूप में भारत का बाजार अमेरिका को बेहतर प्रोडक्ट सप्लाई कर सकता है। इसका असर धीरे-धीरे दिखने लगा है। भले ही अभी आर्डरों को लेकर धीमी गति है लेकिन पहले के मुकाबले कंपनियां काफी बिजनेस इंक्वायरी जनरेट कर रहीं हैं जो भारतीय इंडस्ट्री के लिए एक नया पॉजिटिव माहौल लेकर आया है। अमेरिका बाजार का रुख भारत के लिए बेहतर हुआ
किंग एक्सपोर्ट के एमडी मदन गोयल के मुताबिक अमेरिका बाजार का रवैया भारतीय इंडस्ट्री के लिए बेहतर हुआ है। इससे बिजनेस इंक्वायरी के साथ-साथ आर्डर भी बढ़े हैं। आने वाले वक्त में इसके अच्छे परिणाम आ सकते हैं।