रेल रोकने का आरोप किसानों पर मढ़ना उचित नहीं : राजेवाल
चैंबर आफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिग्स-सीआइसीयू के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल से बैठक की।
जासं, लुधियाना : चैंबर आफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिग्स-सीआइसीयू के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल से बैठक की। बैठक में उद्यमियों ने किसान आंदोलन के कारण रेल गाड़ियों का परिचालन न होने से ट्रेड को हो रहे नुकसान पर मंथन किया।
चैंबर के प्रधान उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि आंदोलन से इंडस्ट्री का काफी नुकसान हो रहा है। पंजाब सीमावर्ती राज्य होने के चलते यहां पर कच्चा माल दूसरे राज्यों से आता है, जबकि तैयार माल भी अन्य राज्यों को भेजा जाता है। माल गाड़ियां न चलने से पूरा सिस्टम की ध्वस्त हो गया है।
फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्टर्स आर्गेनाइजेशन के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एससी रल्हन ने कहा कि रेल रोकने से सूबे के उद्यमियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसकी भरपाई लंबे अर्से तक करना मुश्किल होगा।
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि किसान संगठनों ने पहले ही रेल ट्रैक खाली कर दिए हैं, अब रेलवे स्टेशनों पर ही धरना दिया जा रहा है। ऐसे में मालगाड़ी सेवा बहाल न होने के लिए किसानों पर आरोप मढ़ना उचित नहीं है। सरकार ने रेलगाड़ियों को किसान आंदोलन कमजोर करने के लिए रोका है। चैंबर ने सरकार से आग्रह किया है कि रेल यातायात शीघ्र ही बहाल करने के लिए कारगर उपाय किए जाएं। इस अवसर पर केके सेठ, पंकज शर्मा, जेएस भोगल, गौतम मल्होत्रा, एसबी सिंह, हनी सेठी, दीदारजीत सिंह समेत कई उद्यमी मौजूद रहे।