8वीं के परीक्षार्थियों ने दो घंटे में पूरा किया पेपर
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से बुधवार को आठवीं श्रेणी में सुबह नौ से दोपहर सवा बारह बजे तक विज्ञान की परीक्षा हुई जबकि दोपहर दो से शाम सवा पांच बजे तक बारहवीं श्रेणी में मनोविज्ञान संगीत गायन संस्कृति बिजनेस आर्गेनाइजेशन एंड मैनेजमेंट की परीक्षा ली गई। बारहवीं के विद्यार्थियों ने परीक्षा को आसान बताया। वहीं आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों की बात करें तो उन्होंने साइंस के पेपर को बेहद आसान बताया। विद्यार्थियों का कहना था कि पेपर में वहीं आया जो उन्होंने पहले पढ़ रखा था। कोई भी प्रश्न मुशिकल नहीं था। तीन घंटे के पेपर को उन्होंने दो घंटे में ही पूरा कर लिया। पेपर देकर बाहर लौटे विद्यार्थियों के चेहरे खिले हुए थे। विद्यार्थी बेहद खुश दिखाई दे रहे थे।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से बुधवार को 8वीं कक्षा की सुबह नौ से दोपहर सवा बारह बजे तक विज्ञान की परीक्षा हुई, जबकि दोपहर दो से शाम सवा पांच बजे तक 12वीं श्रेणी में मनोविज्ञान, संगीत गायन, संस्कृति, बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन एंड मैनेजमेंट की परीक्षा ली गई। 12वीं के विद्यार्थियों ने परीक्षा को आसान बताया। वहीं 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों की बात करें तो उन्होंने साइंस के पेपर को बेहद आसान बताया। विद्यार्थियों का कहना था कि पेपर में वहीं आया, जो उन्होंने पहले पढ़ रखा था। कोई भी प्रश्न मुश्किल नहीं था। तीन घंटे के पेपर को उन्होंने दो घंटे में ही पूरा कर लिया। पेपर देकर बाहर लौटे विद्यार्थियों के चेहरे खिले हुए थे। साइंस के पेपर को बताया आउट ऑफ सिलेबस, मांगे ग्रेस मार्क्स
उधर, दूसरी तरफ मालवा खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के साइंस टीचर ने साइंस के पेपर में कुछ प्रश्न आउट ऑफ सिलेबस होने की बात कहते हुए ग्रेस मार्क्स देने की मांग की। शिक्षक वरिंदर सिंह के अनुसार 8वीं बोर्ड की साइंस परीक्षा में कुछ प्रश्न सिलेबस के बाहर से आए थे, जिसमें एक अंक का प्रश्न नंबर छह, दो अंक का प्रश्न नंबर 24, तीन अंक का प्रश्न नंबर 26 और तीन अंक का प्रश्न नंबर ती शामिल हैं।
प्रश्न पत्र में मिली शब्दों की खामियां
इसके अलावा पंजाबी माध्यम के प्रश्न पत्र में अंग्रेजी शब्दों को ही पंजाबी में लिखा गया था। जैसे मरकरी (पारा) , आयरन (लोहा), फीट्स (युगमक) व अन्य। शिक्षक का कहना था कि अनुसार कुल मिलाकर प्रश्न पत्र में काफी गलतियां थी। ऐसे में विद्यार्थियों को ग्रेस मार्क्स मिलने चाहिए। उधर मालवा खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के कंट्रोलर परमवीर सिंह का कहना है कि उन्हें साइंस टीचर ने पेपर आउट ऑफ सिलेबस आने की लिखित शिकायत दी है। वह आगे अब पीएसईबी को शिकायत के बाबत सूचित करेंगे।