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Swach Vidyalaya Puraskar 2022: लुधियाना के 38 स्कूलों को मिला स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, डीसी ने मैनेजमेंट को किया सम्मानित

Swach Vidyalaya Puraskar 2022 लुधियाना के स्कूलाें ने स्वच्छता के क्षेत्र में एक मिसाल कायम की है। डीसी ने पुरस्कार पाने वाले सभी स्कूलों को बधाई दी है और भविष्य में भी इस तरह की पोजीशन बरकरार रखने के लिए प्रेरित किया है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Tue, 28 Jun 2022 12:21 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2022 02:21 PM (IST)
Swach Vidyalaya Puraskar 2022: लुधियाना के 38 स्कूलों को मिला स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार, डीसी ने मैनेजमेंट को किया सम्मानित
Swach Vidyalaya Puraskar 2022: लुधियाना के 38 स्कूलों को मिला स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार। (जागरण)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Swach Vidyalaya Puraskar 2022: जिला लुधियाना के 38 स्कूलों को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार-2022 से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार का मूल्यांकन सैनिटेशन और हाइजीन के आधार पर किया गया है जोकि स्कूलों ने अपनाया था। डिप्टी कमिश्नर सुरिभ मलिक ने इस संबंध में एक मीटिंग का आयोजन किया, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी जसविंदर कौर भी मौजूद रहीं।

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डीसी ने पुरस्कार पाने वाले सभी स्कूलों को बधाई दी है और भविष्य में भी इस तरह की पोजीशन बरकरार रखने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि यह जिला लुधियाना के लिए गौरव की बात है कि 38 स्कूलों ने इस अवार्ड को जीता है जिसमें छह स्कूल ऐसे हैं जिन्होंने ओवरआल टाप रैंकिंग की सभी कैटेगरी में बेस्ट परफार्मेंस दी है।

डीसी ने कहा कि अवार्ड के लिए 6 कैटेगरीज थी जिसमें पानी की व्यवस्था, टायलेट्स की साफ-सफाई, व्यवहार बदलाव और कैपेसिटी बिल्डिंग, साबुन से हाथों की सफाई, आप्रेशन और मेनटेनेंस, कोविड-19 प्रीपेरीडनेस और रिस्पांस शामिल हैं।

भारत सरकार हर साल करवाती है स्कूलाें में सर्वे

डीसी सुरभि मलिक ने कहा कि भारत सरकार हर साल ही स्कूलों में सर्वे के जरिये यह अवार्ड देती है और छह कैटेगरीज में स्कूलों की परफार्मेंस के आधार पर असेसमेंट दी जाती है। डीसी ने कहा कि इस तरह की गतिविधियों के जरिए स्कूल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और बच्चों में सैैनीटेशन और हाइजीन के प्रति शुरूआती स्तर पर ही जागरूकता ला सकते हैं। उन्होंने अन्य स्कूलों को भी अवार्ड पाने वाले स्कूलों से नसीहत लेने की बात कही है।

एडिशनल डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार पंचाल ने कहा कि जिला प्रशासन की मुख्य प्राथमिकता स्कूली शिक्षा के स्तर को ऊंचा करने की है। उन्होंने कहा कि एक मुहिम के तहत 533 सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल्स में सोलर पैनल्स इंस्टाल किए जा चुके हैं और कोई भी स्कूल ऐसा नहीं बचा है जहां लड़कियों के लिए अलग वाशरूम की व्यवस्था न हो। इस माैके पर उप जिला शिक्षा अधिकारी चरणजीत सिंह, राणा भूपिंदर सिंह, बलविंदर कौर, मंजू भारद्वाज व कुलवंत सिंह आदि मौजूद थे।

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