कोरोना काल में पीएफ ने दिया सहारा, दस फीसद कर्मियों ने फंड निकाल चलाई जीवन की गाड़ी
काेराेना संकट के दौर में कर्मचारियों के लिए यह सुविधा संजीवनी बनी। लुधियाना के पीएफ विभाग से इस दौरान अब तक 29207 अंशदाताओं ने अपने पैसे निकाल जीवन की गाड़ी को चलाया।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। लॉकडाउन के कारण विकट स्थितियां पैदा हुईं। बड़ी संख्या में लोगों के काम ठप हो गए। ऐसे में जिन लोगों के पास सेविंग नहीं थी, उन्हें पैसे की जरूरत थी। इन परिस्थितियों के बीच केंद्र सरकार ने कर्मचारियों की सुविधा के लिए प्रोविडेट फंड से राशि निकालने की सुविधा दी। इसके लिए नियमों में बदलाव भी किया गया।
इसके तहत कोई भी कर्मचारी अपने प्रोविडेंट फंड (पीएफ) से कुल डिपॉजिट का 75 फीसद या तीन माह का वेतन निकाल सकता है। संकट के इस दौर में लुधियाना के कर्मचारियों के लिए यह सुविधा संजीवनी बनी। लुधियाना के पीएफ विभाग से इस दौरान अब तक 29,207 अंशदाताओं ने अपने पैसे निकाल जीवन की गाड़ी को चलाया। प्रोविडेंट फंड की यह निकासी लोगों ने अपनी जरूरत के लिहाज से की। इन रुपयों से ऐसे लोगों को बहुत मदद मिली, जिनको इस संकटकाल में वित्तीय मदद की बहुत आवश्यकता थी।
अधिकतर ने आर्थिक तंगी और बीमारी के इलाज के लिए निकलवाया पैसा
लुधियाना में छह हजार से अधिक कंपनियां पीएफ के दायरे में आती हैं और इनमें तीन लाख से अधिक कर्मचारियों का पीएफ काटा जाता है। ऐसे में एक अप्रैल से लेकर 12 जून तक दस प्रतिशत कर्मचारियों ने अपने खातों से पैसे निकालकर इस संकट काल में अपना गुजारा किया है। क्लेम लेने वालों में अधिकतर संख्या कोविड से संबंधित हैं। इसमें अधिकतर ने घरेलू आर्थिक तंगी और कई ने घर की अहम जरूरतों सहित बीमारी के इलाज लिए पैसा निकलवाया है।
ऑनलाइन क्लेम आए और समय पर विभाग ने दिए
ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त-2 बृज मोहन सिंह के मुताबिक विभाग की ओर से एक अप्रैल से लेकर 12 जून तक कोविड क्लेम में 11,582 को 21,96,66,703 रुपये के क्लेम दिए गए हैं। इसके साथ ही नॉन कोविड क्लेम में 17,625 केस में 69,59,68,853 रुपये के क्लेम दिए गए हैं। जबकि बात कुल क्लेम की करें, तो कुल 29207 क्लेम 915635556 रुपये के दिए गए हैं।
734 कंपनियों के 10,158 कर्मियों को लाभ, पीएफ सरकार ने दिया
विभाग की तरफ से अधिकतर क्लेम ऑनलाइन के माध्यम से दिए गए। इसके लिए विभाग की ओर से बकायदा हेल्पलाइन नंबर जारी करने के साथ-साथ कार्यालय में पूरा सहयोग दिया गया। इसके साथ ही लुधियाना विभाग की ओर से 734 कंपनियों के 10 हजार 158 कर्मचारियों को 1,66,29,763 रुपये का लाभ देकर उनका पीएफ सरकार की ओर से दिया गया है।
आर्थिक तंगी में निकलवाया पैसा
केस -1 : साइकिल पाट्र्स कंपनी में काम करने वाले रमेश वर्मा के मुताबिक कोविड के चलते फैक्ट्री से दो महीने आधा वेतन मिला था। मगर घर के खर्च को पूरा करने के लिए यह नाकाफी थे। ऐसे में पीएफ के सिवा कोई और विकल्प नहीं था। तीन माह का वेतन निकालकर इस संकट के दौर से पार पाने में मदद मिली। अगर भविष्य में भी नहीं कोरोना संकट हटता, तो दोबारा क्लेम लेना पड़ेगा।
केस -2 : फाउंडरी में काम करने वाले हरजीत ङ्क्षसह के मुताबिक पीएफ का पैसा बुढ़ापे के लिए रखा है। मगर कोरोना काल में आर्थिक तंगी के समय इसमें से कुछ रकम निकालनी पड़ी। अगर यही हालात रहे, तो बेहद परेशानी होगी। सरकार को कर्मचारियों के हितों के लिए वेतन पूरा दिए जाने को लेकर सजगता अपनानी चाहिए।