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पायल के गांव घलोटी में डेंगू का कहर, दो माह में 25 मौतें

पुलिस जिला खन्ना के पायल विधानसभा क्षेत्र के गांव घलोटी में पिछले दो माह से 25 लोगों की जान जा चुकी है। इन मौतों का कारण तेज बुखार के बाद लोगों के प्लेटलेट्स कम होने को माना जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि सेहत विभाग गांव में लगातार हो रही मौतों के बाद नहीं बल्कि गांव के सरकारी स्कूल से गई एक चिट्ठी के बाद जागा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 04:00 AM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 04:00 AM (IST)
पायल के गांव घलोटी में डेंगू का कहर, दो माह में 25 मौतें
पायल के गांव घलोटी में डेंगू का कहर, दो माह में 25 मौतें

सचिन आनंद, पायल (खन्ना) : पुलिस जिला खन्ना के पायल विधानसभा क्षेत्र के गांव घलोटी में पिछले दो माह से 25 लोगों की जान जा चुकी है। इन मौतों का कारण तेज बुखार के बाद लोगों के प्लेटलेट्स कम होना माना जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि सेहत विभाग गांव में लगातार हो रही मौतों के बाद नहीं बल्कि गांव के सरकारी स्कूल से गई एक चिट्ठी के बाद जागा है। इस चिट्ठी में गांव में 25 मौतें होने की पुष्टि की गई है।

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गांव में हो रही इन मौतों में तीन माह के बच्चे से लेकर 65 साल के बुजुर्ग शामिल हैं। लेकिन, ज्यादातर मृतकों की उम्र 40 साल से कम ही है। इनमें कुछ युवतियां भी हैं। गांव निवासी सुरिदर सिंह और हरजिदर कौर के दो बेटों लवप्रीत (13) और रणदीप सिंह (11) की बुखार से मौत हो गई। लवप्रीत ने पांच और रणदीप ने आठ दिसंबर को दम तोड़ा। सुरिदर सिंह का कहना है कि डेंगू की वजह से ही उनकी मौत हुई है।

जगदेव सिंह और रणजीत कौर के बेटे गुरप्रीत सिंह (28) की चार नवंबर को मौत हो गई थी। इलाज लुधियाना में हुआ था और रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि भी हो गई। अमनदीप सिंह के तीन माह के बच्चे ने 31 अक्तूबर को दम तोड़ दिया। गांव निवासी कुछ मृतकों की सूची

- गुरप्रीत सिंह (28)

- करणवीर सिंह (3 माह)

- लवप्रीत सिंह (13)

- रणदीप सिंह (11)

- हरजीत सिंह (40)

- जसपाल सिंह (30)

- किदी (16)

- अरशदीप कौर (18)

- मनी (25)

- अमनदीप कौर (30)

- जागीर सिंह (60)

- जसवीर सिंह (30)

- रजनी (12)

- सरबजीत (32)

- दर्शन सिंह (65)

- गुरिदर सिंह (14)

- मनिदर सिंह (26) गांव और स्कूल में मिला डेंगू का लारवा

हरकत में आए सेहत विभाग ने जब गांव और स्कूल में जांच की तो वहां डेंगू का लारवा मिला। गांव में करीब एक दर्जन और स्कूल में एक जगह पर लारवा मिलने से स्पष्ट है कि ज्यादातर मौतें डेंगू की वजह से ही हुई हैं। हालांकि, मृतकों की रिपोर्टें नहीं मिलने की बात कह खुलकर सेहत विभाग डेंगू से हुई मौतों की पुष्टि नहीं कर रहा है।

डेंगू से पांच मौतों की पुष्टि

पायल सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. हरविदर सिंह ने माना कि पांच लोगों की मौत डेंगू की वजह से हुई है। अन्य की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। डॉ. हरविदर के अनुसार डेंगू से मौतों की सूची में सगे भाई लवप्रीत और रणदीप भी शामिल हैं। सेहत विभाग लगातार गांव में स्प्रे और जागरूकता अभियान चला रहा है। 15 दिन पहले डेंगू का लारवा मिलने के मामले ज्यादा थे। अब उनमें कमी आई है।


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