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MC Ludhiana Budget 2021-22 : लुधियाना के मेयर बलकार संधू काे आज कई मुद्दों पर घेरेगी भाजपा, जानें क्या है रणनीति

MC Ludhiana Budget 2021-22 भाजपा के जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल ने कहा इस बजट के आंकड़ों से पता चलता है कि यह पुराने बज़ट के आंकड़ों में जमा गुणा करके जनता को बेवकूफ बनाने का प्रयास मात्र है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Tue, 23 Mar 2021 08:33 AM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 08:33 AM (IST)
MC Ludhiana Budget 2021-22 : लुधियाना के मेयर बलकार संधू काे आज कई मुद्दों पर घेरेगी भाजपा, जानें क्या है रणनीति
लुधियाना के मेयर बलकार सिंह संधू। (फाइल फाेटाे)

लुधियाना, जेएनएन। MC Ludhiana Budget 2021-22 : मेयर बलकार सिंह संधू वर्ष 2021-22 का बजट रोजगार्डन में आयोजित निगम हाउस की बैठक में मंगलवार शाम चार बजे पेश करेंगे। मेयर ने बजट की प्रतियां पहले ही पार्षदों को भेज दी थी। वहीं भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने मेयर को घेरने का फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है। निगम हाउस में चर्चा से पहले भाजपा ने बजट पर चर्चा की। भाजपा ने बजट में कई खामियों को उजागर करने का दावा किया और उन्हीं खामियों पर मेयर को घेरने की योजना भी बनाई है।

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भाजपा के जिला प्रधान पुष्पेंद्र सिंगल ने कहा इस बजट के आंकड़ों से पता चलता है कि यह पुराने बज़ट के आंकड़ों में जमा गुणा करके जनता को बेवकूफ बनाने का प्रयास मात्र है और मेयर की हालत पर पुरानी कहावत फिट बैठती है कि घर में नहीं दाने और मेयर चले भुनाने। इस अवसर पुष्पेंद्र सिंगल ने कहा इस बजट से यह सिद्ध हुआ कि मेयर कांग्रेसी पार्षद, उनके विधायक तथा मंत्री  एक गिरोह की तरह काम कर रहे हैं। उनका मकसद अपने लोगों को फायदा पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि निगम ने एटूजेड को हटाकर बिना किसी टेंडर के सबलेट कंपनी को कूड़ा प्रबंधन का ठेका दे दिया। बार-बार कहने के बाद भी निगम ने अभी तक नई कंपनी के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं की है।

पार्कों की जमीनें चहेतों के नाम करने का प्रयास

पार्कों की जमीनों को अपने चहेतों के नाम करने के प्रयास और अब विज्ञापन ठेकेदार को करोड़ों रुपये की रियायत  देने का प्रयास किया जा रहा है।  इंद्र अग्रवाल व सुनीता शर्मा ने कहा आम जनता की मात्र दस हज़ार रुपये के लिए पानी का कनेक्शन काट दिया जाता है, दुकानें सील कर दी जाती हैं पर विज्ञापन ठेकेदार से पूरा साल बीत जाने बावजूद 21 करोड़ की वसूली क्यों रोक रखी है और अगले साल भी 8 करोड़ की रियायत क्यों दी गई।  जनता को कोरोना काल मे कोई राहत देने की जगह अचानक से रिहायशी किराये पर प्रापर्टी टैक्स थोपा गया जबकि लोगों के मकान खाली पड़े थे तब भी वसूली की गई।  सुनीता शर्मा व इंद्र अग्रवाल ने कहा सिटी बस वाले ठेकेदार से कितनी रकम बाकि है बज़ट में कोई उल्लेख नहीं है और यह भी नहीं बताया गया कि  60 करोड़ में कोनसी प्रापर्टी बेची जाएगी। उन्होंने कहा कि इसका भी मेयर से हिसाब मांगा जाएगा।

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