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मांग बढ़ते ही धागों पर भी चढ़ा महंगाई का रंग, दो माह में कीमत में चालीस रुपये प्रति किलो तक का उछाल

Ludhiana Thread Market Updates लुधियाना यार्न डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राधे श्याम आहूजा का कहना है कि कोरोना के दौरान कारोबार बिलकुल बंद हो गया था। अब मांग निकलने से धागों की कीमतों में तेजी आ रही है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 06:37 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 06:37 AM (IST)
मांग बढ़ते ही धागों पर भी चढ़ा महंगाई का रंग, दो माह में कीमत में चालीस रुपये प्रति किलो तक का उछाल
लुधियाना में पिछले डेढ़ माह में पालिएस्टर काटन मिक्स की मांग तेजी से बढ़ी है। (सांकेतिक फोटो)

लुधियाना, जेएनएन। कोरोना महामारी से निपटने के लिए लगे लॉकडाउन से जहां गर्मी का सीजन बर्बाद हो गया। वहीं, अब सर्दी सीजन को लेकर उद्यमियों को उम्मीदे हैं। नतीजतन बाजार में कच्चे माल की मांग बनी हुई है, ऐसे में पिछले दो माह के दौरान धागों की कीमतों में चालीस रुपये प्रति किलो तक का उछाल देखा जा रहा है। कारोबारियों का मानना है कि अब बाजार खुल रहे हैं और ग्राहक आ रहा है, ऐसे में धागों की मांग भी बनी रह सकती है और आने वाले वक्त में भी कीमतें मजबूत रह सकती हैं।

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कारोबारियों का कहना है कि दो माह पहले कॉटन के धागे का रेट 190 रुपये प्रति किलो था, जो कि अब 230 रुपये प्रति किलो हो गया है। इसी तरह पालिएस्टर काटन मिक्स धागे की कीमत 160 रुपये प्रति किलो से बढ़ कर दो सौ रुपये प्रति किलो हो गई है। एक्रेलिक धागे की कीमत पहले 170 रुपये प्रति किलो थी, कुछ दिन पहले यह दो सौ रुपये तक पहुंच गई, लेकिन अब इसमें फिर से कुछ गिरावट है और बाजार में कीमत 185 रुपये के आसपास है। पोलिएस्टर के धागे की कीमत भी 120 रुपये से उछल कर 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है।

लुधियाना यार्न डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राधे श्याम आहूजा का कहना है कि कोरोना के दौरान कारोबार बिलकुल बंद हो गया था। अब मांग निकलने से धागों की कीमतों में तेजी आ रही है। पिछले डेढ़ माह में पालिएस्टर काटन मिक्स की मांग तेजी से बढ़ी है। उनका कहना है कि एक्रेलिक धागे का अधिकतम उपयोग स्कूल ड्रेस बनाने में होता है, लेकिन स्कूल बंद होने के कारण मांग कम है। ऐसे में इसकी कीमतें एक बार उछल कर फिर से गिरी हैं।


प्लास्टिक की बोतल को रिसाइकिल कर बना रहे धागा

साथ ही, अब कई निर्माताओं ने एक्रेलिक के बजाए प्लास्टिक की बोतल को रिसाइकिल कर तैयार किए धागे से ही स्कूल ड्रेस के स्वेटर बनाने शुरू कर दिए हैं। इसकी लागत कम आती है। इस धागे की कीमत महज 130 से 135 रुपये प्रति किलो है। आहूजा ने कहा कि फिलहाल धागों की मांग अच्छी है और आने वाले वक्त में भी यही ट्रेंड बरकरार रहने की उम्मीद है।


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