लुधियाना में कारखाना मज़दूर यूनियन ने किया रोष प्रदर्शन, केंद्र व राज्य सरकारों के खिलाफ जताया राेष
पंजाब में काेराेना संकट के साथ ही लाेगाें काे परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। इसी मुद्दे काे लेकर कारखाना मज़दूर यूनियन ने लुधियाना में सरकार के खिलाफ राेष जताया।
लुधियाना, जेएनएन। रविवार को कारखाना मज़दूर यूनियन पंजाब ने फोकल प्वाइंट में मज़दूरों, मेहनतकशों के अधिकारों के लिए कोरोना की आड़ में केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा जनता के अधिकारों की अनदेखी के खिलाफ ज़ोरदार रोष प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कारखाना मज़दूर यूनियन के अध्यक्ष लखविंदर, यूनियन नेताओं जममीत, विमला, तेजू प्रसाद, नौजवान भारत सभा के नवजोत ने केंद्र की मोदी सरकार व पंजाब की कैप्टन सरकार द्वारा कोरोना की आड़ में लागू की जा रही पूंजीपति वर्ग के पक्ष में आर्थिक व सामाजिक नीतियों का सख्त विरोध किया। इसके अलावा टेक्सटाइल हौज़री कामगार यूनियन ने ईडब्ल्यूएस कालोनी और पेंडू मज़दूर यूनियन (मशाल) ने गांव भूंदड़ी में रोष प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनों को साथी राजविंदर व सुखदेव आदि ने संबोधित किया।
क्या है मांगें
कारखाना मज़दूर यूनियन ने श्रम क़ानूनों में संशोधनों को रद्द करने, श्रम अधिकार लागू कराने, श्रम क़ानूनों का उल्लंघन करने वाले पूंजीपतियों को सख़्त सज़ाएं देने, लॉकडाउन के कारण मज़दूरों के हुए नुकसान के लिए मुआवज़ा, छंटनियों पर रोक लगाने, बंद और मंदी के समय की पूरी तनख़्वाह देने, बेरोज़गारी भत्ता देने, सभी बीमारियों के मुफ़्त इलाज, कच्चे स्वास्थ्य कर्मियों को पक्का करने, सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के सरकारीकरण, सभी मज़दूरों को मुफ़्त अनाज देने, जन-वितरण प्रणाली का प्रसार करने, कोरोना के बहाने पूंजीपतियों को राहत पैकेज के नाम पर मेहनतकश जनता का पैसा लुटाना बंद करें।