नौ खड्डों को निगल रहा रेत माफिया
लुधियाना में सरकारी तौर पर चार वैध खड्ड हैं जहां कंपनी को माइनिग करने की मंजूरी मिली है।
राजन कैंथ, लुधियाना
लुधियाना में सरकारी तौर पर चार वैध खड्ड हैं जहां कंपनी को माइनिग करने की मंजूरी मिली है। कंपनी इस समय केवल दो खड्डों में ही खुदाई का काम कर रही है। हैरत की बात है कि रेत माफिया जिले में नौ खड्डों पर कब्जा जमाए जमीन का सीना छलनी कर रहा है। स्पष्ट रूप से यह अवैध कारोबार पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत चल रहा है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि एक महीने में पुलिस ने अवैध माइनिग के केवल आठ पर्चे दर्ज किए। वह भी उन लोगों पर जो ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रेत लेकर शहर की ओर आ रहे थे। खड्डों में चल रही अवैध माइनिग की ओर पुलिस ने कभी झांक कर नहीं देखा।
माइनिग विभाग ने चालू वर्ष में महादेव एंक्लेव प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को लुधियाना की 19 खड्डें लीज पर दी थी। कंपनी ने सिधवां बेट के गांव हुजरां, हक्कूवाल, मेहरबान के गांव बूटा व माछीवाड़ा के गांव चकली कसाब में खुदाई का काम शुरू किया। गांव वालों के विरोध के चलते चकली कसाब और हक्कूवाल में काम बंद करना पड़ा। अन्य दोनों खड्डों पर माइनिग का काम चल रहा है। हैरानी है कि करोड़ों खर्च कर लीज लेने वाली कंपनी केवल दो खड्डों को चला रही है। जबकि पुलिस व प्रशासन के साथ सेटिग करके रेत माफिया नौ खड्डों पर कब्जा जमाए धड़ल्ले से खुदाई कर रहा है। इनमें एयरटेल के पास गांव रजापुर, सिधवा बेट के गांव भुंदड़ी, धनांसू, कूमकलां, हंबड़ा, बैलूर, जमालपुर लेली, चंडीगढ़ छन्ना, गौरसियां के अलावा मत्तेवाड़ा के गांव मंगली आदि प्वाइंट मुख्य हैं।
शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं
कंपनी के मैनेजर मनोज कुमार ने बताया कि जिले में अवैध माइनिग को लेकर कई बार पुलिस को शिकायत दे चुके हैं मगर मामूली कार्रवाई करने के अलावा पुलिस द्वारा कभी कुछ नहीं किया। अवैध रूप से चल रही खड्डों में रात को भारी भरकम मशीनों से काम किया जाता है। केवल जमालपुर लेली वाली खड्ड में दिन में अवैध माइनिग होती है। माफिया रात को दरिया से रेत निकाल कर बाहर डंप कर लेता है जिसे दिन में गाड़ियों में भरकर शहर ले जाकर बेचा जाता है।