एसटीएफ इंचार्ज ने वकील व उसके पिता को पीटा
दिल्ली एयरपोर्ट से पिता समेत लौट रहे वकील वरुण कुमार गुप्ता के साथ एसटीएफ इंचार्ज हरबंस सिंह ने मारपीट की।
जागरण संवाददाता, लुधियाना
दिल्ली एयरपोर्ट से पिता समेत लौट रहे वकील वरुण कुमार गुप्ता के साथ एसटीएफ इंचार्ज हरबंस सिंह ने मारपीट की। इतना ही नहीं हरबंस सिंह ने वकील के बीमारी पिता के साथ भी बदसलूकी की। इस बात का पता चलने पर जिला बार एसोसिएशन में मामला गर्मा गया। भड़के वकीलों ने काम काज छोड़ कर आरोपित एसटीएफ इंचार्ज को डिसमिस करके उसके एफआइआर दर्ज करने की मांग की। वकीलों के शिष्टमंडल ने डीसी प्रदीप अग्रवाल से मिल कर एक शिकायत पत्र भी सौंपा। डीसी ने मामले की जांच एसएसपी खन्ना को सौंप दी है।
अपनी शिकायत में वकील वरुण गुप्ता ने बताया कि 25 फरवरी की सुबह पांच बजे वो अपने पिता के साथ दिल्ली एयरपोर्ट से वापस लुधियाना लौट रहे थे। दोराहा के पास एक आइ-20 कार ने उनकी इनोवा का पीछा करना शुरू कर दिया। थोड़ा आगे जाकर आई-20 कार ने उनकी कार को जबरन रुकवा लिया। वरुण गुप्ता ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके इस बात की सूचना दी। उसके बाद वो कार में तेल भरवाने के लिए पेट्रोल पंप पर रुक गए। पेट्रोल पंप से बाहर निकलते ही एक होंडा अमेज कार आकर रुकी। उसमें दो पुलिस वर्दी वाले तथा दो सिविल ड्रेस में थे। कार से एसटीएफ इंचार्ज हरबंस सिंह रूप उतरे और उसके (वकील वरुण)साथ मारपीट की।
वकील का आरोप है कि उन्होंने उसे अपना परिचय भी दिया कि वो वकील है। लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। वरुण के मुताबिक कार की पिछली सीट पर लेटे उसके पिता को उठाया गया। जबकि पुलिस वालों को बताया गया था कि वो अधरंग के मरीज हैं। उनकी तबियत भी ठीक नहीं है। फिर भी उनके साथ बदसलूकी की गई। उन्होंने जब शोर मचाया तो पुलिस वाले उनको यह धमकियां देते हुए चले गए कि उनके खिलाफ नशीले पदार्थों की तस्करी का केस दर्ज कर दिया जाएगा। साथ उन्होंने यह भी धमकी दी कि अगर उन्होंने इस बात की शिकायत किसी से की तो उनको बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
बुधवार को जिला बार संघ के प्रधान अशोक मित्तल, उपप्रधान रजिदर सिंह बब्बर व सेक्रेट्री शाम आहूजा के नेतृत्व में वकीलों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया। उनका कहना है की अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे चुप नहीं बैठेंगे। इस संबंध में वकीलों के शिष्टमंडल ने जिलाधीश प्रदीप अग्रवाल को मिलकर कार्रवाई की माग की है। डीसी ने वकीलों के दरखास्त को एसएसपी खन्ना के पास कार्रवाई के लिए भेज दिया है। क्योंकि वकील के साथ मारपीट की घटना एसएसपी खन्ना के अधिकार क्षेत्र में हुई थी। उधर, इस संबंध में बात करने के लिए एसटीएफ के हरबंस सिंह को फोन लगाया गया तो वो बंद मिला।