नगर निगम ने एक दिन में की चार बैठकें, बढ़ सकता है पानी का बिल व एलईडी प्रोजेक्ट पर भी हुई चर्चा
लुधियाना के मेयर बलकार सिंह संधू का कहना है कि अलग-अलग मुद्दों पर बैठकें हुई जिसमें विस्तार से चर्चा हुई। प्रोजेक्टों पर कुछ एतराज थे तो दोबारा रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
लुधियाना, जेएनएन। अलग-अलग मुद्दों को लेकर नगर निगम में बैठकों का दौर चलता रहा। एक के बाद एक कुल चार बैठकें हुई, जिसमें बुड्ढा दरिया की सफाई, पीने के पानी के लिए बिल की राशि तय करने, फोकल प्वाइंट के विकास के लिए निजी कंपनी के साथ करार करने व एलईडी लाइट्स प्रोजेक्ट पर चर्चा हुई। निजी कंपनी शाह कंस्ट्रक्शन ने जोन डी में निगम अफसरों व पार्षदों को बुड्ढा दरिया की सफाई के लिए बने प्रोजेक्ट की प्रेजेंटेशन दी। प्रोजेक्ट पर मेयर, कमिश्नर समेत सीनियर पार्षदों ने आपत्ति जताई और उन्हें दोबारा डिटेल प्रोजेक्ट पेश करने को कह दिया।
वहीं फोकल प्वाइंट के विकास के लिए निजी कंपनी को देने के मामले में भी पार्षदों व अफसरों ने आपत्ति जताई। पानी के बिल का रेट बढ़ाने को लेकर कुछ हद तक पार्षद एकमत दिखे, जिससे पानी के बिल बढ़ने की संभावना है। वहीं एलईडी लाइट्स पर टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को नगर निगम अब सशर्त एक्सटेंशन देने पर विचार कर सकता है, जबकि कामकाज पर निगम की टीम पूरी नजर रखेगी।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुड्ढा दरिया की सफाई के लिए 650 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी थी। शाह कंस्ट्रक्शन की तरफ से सोमवार को जोन डी में अफसरों को प्रोजेक्ट की पीपीटी दिखाई। दरिया के दोनों तरफ ग्रीन बेल्ट बनाई जाएगी और दरिया में नीलो नहर से पानी छोड़ने का प्रस्ताव भी है। इसके अलावा एसटीपी को अपग्रेड करना होगा, लेकिन कंपनी निगम अफसरों व पार्षदों को प्रोजेक्ट के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके। जिसके बाद मेयर ने उन्हें कह दिया कि वह पूरी रिपोर्ट लेकर आएं उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रस्ताव कुछ और प्रेजेंटेशन में कुछ और दिखाया
फोकल प्वाइंट को विकास के लिए निजी कंपनी को देने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। कंपनी ने बैठक में जो प्रोजेक्ट दिखाया वह निगम हाउस में पेश किए गए प्रस्ताव से बिल्कुल अलग था। जिस पर सभी ने आपत्ति जताई और कंपनी को कहा कि वह पहले अपना प्रोजेक्ट पीएसआइसी के चेयरमैन गुरप्रीत सिंह गोगी को बताएं और उसके बाद इसकी कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। कंपनी के मुताबिक फोकल प्वाइंट का विकास वह करेंगे इसके बदले पानी, सीवरेज व प्रॉपर्टी टैक्स वह वसूल करेंगे। यही नहीं सीवरेज की सफाई, पानी की सप्लाई व इंडस्ट्री के पानी को ट्रीट करने की जिम्मेदारी निगम की होगी। इस शर्त पर सभी ने आपत्ति जताई।
हाउस देगा आखिरी फैसला
अगली बैठक पानी सीवरेज के बिलों को बढ़ाने पर हुई। दरअसल शहर में नहरी पानी की सप्लाई का प्रोजेक्ट विश्व बैंक की तरफ से अप्रूव्ड हो चुका है। इस प्रोजेक्ट के लिए शहर में वाटर मीटर पॉलिसी लागू होनी जरूरी है। 31 दिसंबर को हाउस की बैठक में पानी व सीवरेज के बिल बढ़ाने का प्रस्ताव आया था जिस पर पार्षदों ने आपत्ति जता दी थी। उसके बाद इस प्रस्ताव के लिए कमेटी का गठन किया गया। कमेटी की बैठक में बिल बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई और कमेटी के सदस्यों ने इसे जरूरी बताया। अब कमेटी की सिफारिश को हाउस की बैठक में रखा जाएगा और अंतिम फैसला हाउस लेगा।
टाटा प्रोजेक्ट को काम करना है तो माननी होंगी निगम की शर्तें
चौथी बैठक एलईडी लाइट्स को लेकर हुई। बैठक में पार्षदों ने कहा कि कंपनी को एक्सटेंशन न दिया जाए। उसके बाद यह बात सामने आई कि इस कंपनी को किनारे करते हैं तो प्रोजेक्ट लटक जाएगा। उसके बाद फैसला किया कंपनी को अगर निगम की शर्तो पर काम करेगी तो उन्हें एक्सटेंशन दिया जाएगा नहीं तो कांट्रेक्ट खत्म कर दिया जाएगा। इसके अलावा मेयर ने साफ कर दिया कि नगर निगम के पेट्रो¨लग वाले कर्मचारी लोगों से एलईडी लाइट्स की शिकायत लेंगे और कंपनी को देंगे। उसके बाद 48 घंटे बाद चेक करेंगे कि लाइट ठीक हुई या नहीं। इसकी रिपोर्ट वह जोनल कमिश्नर कुलप्रीत सिंह को देंगे। निगम ने अब कंपनी को दो टूक कह दिया कि उन्हें निगम की शर्तों पर ही काम करना होगा।
जानें क्या कहते हैं मेयर
लुधियाना के मेयर बलकार सिंह संधू का कहना है कि अलग-अलग मुद्दों पर बैठकें हुई, जिसमें विस्तार से चर्चा हुई। प्रोजेक्टों पर कुछ एतराज थे तो कंपनियों को कहा गया है कि वह दोबारा रिपोर्ट पेश करें। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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