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एएस मैनेजमेंट पर जाली बिल पेश कर घोटाले का आरोप

7 शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली खन्ना की एएस मैनेजमेंट पर सरकारी ग्रांट में घोटाले के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप यह भी हैं कि तत्कालीन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा दी गई ग्रांट के एवज में जाली बिल बीडीपीओ दफ्तर में जमा कराए गए। भाजपा आरटीआई सेल के जिला प्रधान सतीश शर्मा ने आरटीआई के जरिए मिली सूचना के आधार पर शुक्रवार को इसका खुलासा किया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 20 Oct 2019 06:14 AM (IST)
एएस मैनेजमेंट पर जाली बिल पेश कर घोटाले का आरोप
एएस मैनेजमेंट पर जाली बिल पेश कर घोटाले का आरोप

जागरण संवाददाता, खन्ना : सात शिक्षण संस्थानों को चलाने वाली खन्ना की एएस मैनेजमेंट पर सरकारी ग्रांट में घोटाले के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप हैं कि तत्कालीन नगर निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से दी गई ग्रांट के एवज में जाली बिल बीडीपीओ दफ्तर में जमा कराए गए। भाजपा आरटीआइ सेल के जिला प्रधान सतीश शर्मा ने आरटीआइ के जरिए मिली सूचना के आधार पर शुक्रवार को यह बात कही।

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शर्मा का आरोप है कि मैनेजमेंट के अधीन एएस माडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल को मिली सरकारी ग्रांट में पांच लाख एक हजार 795 रुपये का जाली बिल पेश किया है। स्कूल में हुए 26 दिसंबर 2017 के वार्षिक समारोह में मंत्री सिद्धू की तरफ से स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पांच लाख रुपये की ग्रांट दी गई थी।

सतीश शर्मा ने बताया कि अनुदान संबंधित जिला विकास पंचायत अफसर लुधियाना और ब्लॉक पंचायत विकास अफसर खन्ना से आरटीआइ अधिनियम के तहत जानकारी मिली। दस्तावेजों की जाच के बाद सामने आया कि 5,01,795 रुपये का जाली बिल पेश करके घोटाला हुआ है। उन्होंने बताया कि पांच अप्रैल 2018 को स्कूल की तरफ से ग्रांट जारी करने संबंधी लिखा गया। 11 अप्रैल 2018 को हलफिया बयान और विभिन्न दस्तावेजों के साथ प्रशोत्तम कुमार नाम के सरकारी ठेकेदार ने बीडीपीओ खन्ना के पास जाली बिल पेश किया। लेकिन, मैनेजमेंट की तरफ से इससे संबंधित खाता स्टेटमेंट, वाउचर आदि सहयोगी दस्तावेज पेश नहीं किए गए।

शर्मा ने आरोप लगाया कि सभी दस्तावेज पेश कर दिए जाते तो महालेखाकार पंजाब से आडिट करवाए जाने पर लाखों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हो जाना था। उन्होंने कहा कि अगर मैनेजमेंट ने ग्रांट के खर्च का बिल पहले ही पेश कर दिया था तो 2018-19 के बजट में पांच लाख की देनदारी कैसे खड़ी कर दी गई। शर्मा के अनुसार इसकी शिकायत डिप्टी कमिश्नर लुधियाना और एसएसपी खन्ना से की जाएगी।

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कोई भी आकर चेक कर सकता है : मेहता

एएस मैनेजमेंट के प्रधान राजीव राय मेहता ने कहा कि न कोई घोटाला हुआ है और न ही कोई जाली बिल तैयार किए गए हैं। वे पूरे शहर को आमंत्रण देते हैं कि कोई भी आकर ग्रांट के कागजात और ग्रांट के अधीन किए काम को चेक कर सकता है। मेहता ने कहा कि मैनेजमेंट की तरफ से ग्रांट के साथ अपनी तरफ से भी फंड डालकर विकास का काम कराया है।


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