कोठे बग्गू मर्डर केस में बड़ा खुलासा, पति ही निकला वारदात का मास्टरमाइंड Ludhiana News
पति ने पत्नी के चरित्र पर शक के चलते उसके कत्ल के लिए गांव के ही दो व्यक्तियों को सुपारी दे रखी थी। आरोपितों को नानकसर बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया।
जगराओं, जेएनएन। पिछले दिनों 6-7 सितंबर की मध्य रात्रि को गांव कोठे बग्गू में महिला का बेरहमी से कत्ल किए जाने के मामले को ट्रेस करते हुए पुलिस ने महिला के पति समेत तीन लोगों को कत्ल के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। मामले में यह बड़ा खुलासा हुआ है कि पति ही महिला की हत्या का मास्टरमाइंड था। पति ने पत्नी के चरित्र पर शक के चलते उसके कत्ल के लिए गांव के ही दो व्यक्तियों को सुपारी दे रखी थी। पचास हजार रुपये की नई मोटरसाइकिल सुपारी के रूप में देने की डील फाइनल होने के बाद पति हत्यारों को पेशगी के रूप में अभी सिर्फ एक हजार रुपये ही दिए थे। पेशगी के पैसों से दोनों हत्यारों ने दातर खरीदे और महिला का कत्ल कर दिया। आरोपित लुधियाना भागने की फिराक में थे कि इन्हें नानकसर बस स्टैंड के पास पकड़ लिया गया।
पुलिस ने आरोपितों से कत्ल के लिए इस्तेमाल किए गए दो दातर तथा उनके खून से लथपथ कपडे़ गंदे नाले से बरामद कर लिए हैं। डीएसपी गुरदीप सिंह गोशल ने कहा कि पिछले दिनों जब कोठे बग्गू में दो अज्ञात लोगों ने एक घर में दाखिल हो कर महिला राजवीर कौर का बेरहमी से तेजधार हथयारों से कत्ल कर दिया। उस समय इस घटना में महिला का पति गुरप्रीत सिंह पुत्र कश्मीरा सिंह और उनके उसके दो पुत्र जशनप्रीत सिंह 13 वर्ष और लखवीर सिंह 10 वर्ष भी घायल हो गए। सिविल अस्पताल में उपचार के दौरान मृतका के पति गुरप्रीत सिंह (35) निवासी गांव कोठे बग्गू जोकि अनाज मंडी में एक आढ़ती का ड्राइवर है, के बयानों पर दो अज्ञात लोगों के खिलाफ कत्ल के आरोप में थाना सिटी जगराओं में मामला दर्ज किया गया था। मामले में पति के अलावा गांव कोठे बग्गू के ही रहने वाले दविंदर सिंह पुत्र दलबारा सिंह और सरबजीत सिंह उर्फ घोड़ा पुत्र सतपाल सिंह को भी काबू किया गया है। आरोपितों को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
तलाक नहीं दिया तो रच दी कत्ल की साजिश
डीएसपी गौशल ने बताया कि पत्नी के चरित्र पर शक के चलते गुरप्रीत अकसर पत्नी से झगड़ा करता था और तलाक भी मांगता था। मगर पत्नी तलाक के लिए राजी नहीं थी। इसी के चलते गुरप्रीत ने पत्नी के कल्त की साजिश गांव के ही दविंदर और सरबजीत से मिल रची। चार सितंबर को ही गुरप्रीत ने हत्यारों को पेशगी के एक हजार दिए और इसी पैसे से हत्यारों ने दातर खरीदे। तीनों ने कत्ल वाली रात खूब शराब भी पी थी।
पति की मोबाइल कॉल डिटेल से हुआ खुलासा
पहले ही दिन से पुलिस पति गुरप्रीत को शक की नजर से देख रही थी और मामले की जांच इसी पर केंद्रित थी। पुलिस ने गुरप्रीत के मोबाइल फोन की जांच की तो पाया कि दोनों हत्यारों से पति गुरप्रीत की काफी बार बात हो रही थी। वारदात के समय भी कई बार बात हुई। वहीं, मृतका के पिता बलदेव सिंह को तीनों आरोपितों पर पहले शक था, जिसकी सूचना वह पुलिस को दे चुका था। मृतका के पिता बलदेव सिंह के बयान पर ही तीनों पर केस दर्ज किया गया है।
कत्ल की रात किया खूब ड्रामा
जिस रात राजबीर कौर का कत्ल किया गया। उस रात 12 बजे गुरप्रीत सिंह ने हत्यारों को फोन किया। डील के अनुसार हत्यारे दविंदर सिंह और सरबजीत सिंह रात के समय घर के बाथरूम के साथ टूटी हुई दीवार को फांद कर अंदर दाखिल हो गए तो घर का कुत्ता भौंकने लगा। जिसे दुलार कर गुरप्रीत ने शांत किया। फिर हत्यारों को पत्नी राजवीर कौर के कमरे में भेजा। हत्यारों का पहला वार खाली गया और राजवीर कौर व बच्चे उठ गए और शोर मचाने लगे। गुरप्रीत को डर था कि हत्यारे कहीं उसके बच्चों को भी न मार दें। इसी डर से गुरप्रीत अंदर गया और हमलावरों से हाथापाई का ड्रामा करके बच्चों को बाहर भेज दिया। इसके बाद हत्यारे राजवीर कौर को मार फरार हो गए।
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