विधायक सिमरजीत बैंस के समर्थन में उतरे मंत्री आशु, कह डाली यह बात Ludhiana News
भारत भूषण आशु ने कहा कि राजनेताओं के खिलाफ एफआइआर होना गलत परंपरा की शुरुआत है जबकि उक्त राजनेता जनता की आवाज को लेकर प्रशासनिक अधिकारी के पास गए थे।
लुधियाना, [भूपेंदर सिंह भाटिया]। गुरदासपुर के डीसी के साथ लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के दुर्व्यवहार मामले में सियासी घमासान जारी है। एक ओर जहां मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह साफ कह रहे हैं कि बैंस पर केस उनके कहने पर ही हुआ है, वहीं उनके मंत्री भारत भूषण आशु बैंस के समर्थन में आ गए हैं। उनके बयान की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा है।
आशु ने लिप नेता के खिलाफ हुए केस की निंदा की है। उन्होंने कहा कि राजनेताओं के खिलाफ एफआइआर होना गलत परंपरा की शुरुआत है, जबकि उक्त राजनेता जनता की आवाज को लेकर प्रशासनिक अधिकारी के पास गए थे। इस तरह केस दर्ज होने से विधायक की आवाज को दबाया जाएगा। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अपने ही सीएम के बयान के खिलाफ मंत्री कैसे बयान दे रहे हैं।
बैंस का व्यवहार गलत, लेकिन डीसी ऑफिस किसी की जागीर नहीं
आशु ने मामले को बैलेंस करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि बैंस ने जिस तरह का डीसी के साथ गाली गलौज वाली भाषा का उपयोग किया, वह गलत है। डीसी कार्यालय किसी की जगीर नहीं है और किसी का व्यक्तिगत कार्यालय नहीं है। डीसी को भी हर मामले को जनता की भावनाओं के साथ सामना करना चाहिए। बैंस को जनता की हक की आवाज उठाने का अधिकार है, लेकिन उन्हें भी मर्यादा में रहकर करना चाहिए।
जब अधिकारी काम न करें, तो जनता कहां जाए
मंत्री ने अधिकारियों के खिलाफ भी भड़ास निकाली। कहा कि प्रशासनिक अधिकारी जब अपना काम सही तरीके से न करें, तो जनता किस मंच पर जाकर शिकायत करे। कोई सुनने वाला नहीं। बता दें पिछले दिनों नगर निगम में तैनात एक डीएसपी के तबादले के बावजूद अधिकारी मंत्री के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है। आशु के बयान पर कांग्रेस नेता दो गुटों में बंटे नजर आ रहे हैं। कुछ का कहना है कि आशु सीएम के खिलाफ जा रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि उन्होंने गलत नहीं कहा।
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