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यूपी और एमपी से खरीद कर लाए थे 11 पिस्तौल, लुधियाना के कारोबारी से करनी थी लूट Ludhiana News

पकड़े गए अारोपितों के कब्जे से रिवाॅल्वर 2 मैगजीन 9 जिंदा कारतूस सेंट्रो कार एक्टिवा स्कूटर फर्जी नंबर प्लेट दो मोबाइल बरामद हुए हैं।

By Edited By: Published: Thu, 05 Sep 2019 08:55 AM (IST)Updated: Thu, 05 Sep 2019 10:37 AM (IST)
यूपी और एमपी से खरीद कर लाए थे 11 पिस्तौल, लुधियाना के कारोबारी से करनी थी लूट Ludhiana News
यूपी और एमपी से खरीद कर लाए थे 11 पिस्तौल, लुधियाना के कारोबारी से करनी थी लूट Ludhiana News

लुधियाना, जेएनएन। नाभा की जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हार्डकोर अपराधी राजीव कुमार उर्फ राजा को छुड़ाने के लिए उसके साथियों ने फुल प्रूफ योजना बनाई थी। शहर के 15 बुकियों से लाखों की उगाही करने के साथ होशियारपुर के एक एनआरआइ के घर से लाखों के जेवर और नगदी लूटी। इन पैसों से उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश से 11 पिस्तौल खरीदे। उन हथियारों के बल पर वो लुधियाना में किसी कारोबारी की एसयूवी गाड़ी लूटने की फिराक में थे। मगर उनके मंसूबों पूरे होते, उससे ठीक एक दिन पहले पुलिस को उनकी योजना की भनक लग गई। थाना डिवीजन नंबर 3 पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 32 बोर का एक रिवाॅल्वर, 2 मैगजीन, 9 जिंदा कारतूस, 315 बोर के तीन रिवाल्वर (देसी कट्टे), एक सेंट्रो कार, एक एक्टिवा स्कूटर, 6 फर्जी नंबर प्लेट, दो मोबाइल फोन तथा दो डोंगल बरामद हुए हैं। 

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एडीसीपी-1 गुरप्रीत सिंह सिकंद ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आरोपितों की पहचान बहादरके रोड के आजाद नगर निवासी राजन उर्फ राजा, गांव सिंधवां फतेहगढ़ साहिब निवासी गुरविंदर सिंह उर्फ गुरी उर्फ शेरा, फतेहगढ़ साहिब के गांव बरास निवासी सुखचैन सिंह उर्फ चैना, समराला चौक निवासी रेशम सिंह उर्फ मन्ना तथा बस्ती जोधेवाल के बाल सिंह नगर निवासी विजय कुमार के रूप में हुई।

एसएचओ सतीश कुमार ने अपनी टीम के सहयोग से उन्हें कश्मीर नगर चौक से काबू किया। बाल सिंह नगर निवासी उनका पांचवां साथी विजय कुमार फिलहाल फरार है। उसकी तलाश में रेड की जा रही है। इनके एक साथी सोनू को सीआइए-1 पुलिस ने एक महीना पहले रिवाॅल्वर समेत गिरफ्तार किया था।

होशियारपुर के एनआरआइ के घर की थी लूट

चारों आरोपितों ने दो लग्जरी गाड़ियां लूटनीं थी। उन पर लगाने के लिए छह फर्जी नंबर प्लेटें भी तैयार कर रखी थीं। चारों आरोपितों के खिलाफ पहले ही लूट खसूट के कई मामले दर्ज हैं। वो कुछ ही समय पहले जेल से छूट कर आए थे। जेल में रहते हुए ही वो लोग राजीव राजा के संपर्क में आए। बाहर आने पर राजीव ने ही उन्हें बुकियों के एड्रेस व नंबर मुहैया कराए। जिसके चलते आरोपितों ने बाहर आते ही शहर के 15 बुकियों को अपना निशाना बनाया। राजीव ने ही उन्हें होशियारपुर निवासी वृद्ध एनआरआइ का पता बताया। जहां उन लोगों ने लाखों की लूट की। लूट की इस घटना का मामला जिला होशियारपुर के थाना टांडा में 23 जून को दर्ज किया गया था। लूट की इसी रकम से आरोपितों ने हथियार खरीदे थे।

राजा के पास जेल में है मोबाइल

सभी आरोपित वाट्सएप कॉल के माध्यम से जेल में बंद राजा के साथ बात किया करते थे। एडीसीपी सिकंद ने माना कि जेल में बंद राजा के पास मोबाइल फोन है। जिसे प्रोडक्शन वारंट पर लेकर बरामद किया जाएगा। राजीव राजा के खिलाफ विभिन्न शहरों, जिलों व राज्यों में हत्या, लूट तथा मारपीट के 33 मामले दर्ज हैं।


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