चंद्रग्रहण आज, जानें कब से शुरू होगा सूतक और किन बातों का रखें ध्यान
इस बार चंद्र ग्रहण 16 जुलाई और 17 जुलाई की मध्यरात्रि 130 बजे से शुरू होकर सुबह 430 बजे तक लगेगा। शास्त्रों के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण से नौ घंटे पहले शुरू हो जाता है।
लुधियाना, [असीम जैन]। शास्त्रों के अनुसार हर ग्रहण का मानव जीवन पर अच्छा या बुरा प्रभाव पड़ता है। आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण का लगना अपने आप में खास मायने रखता है। इस बार चंद्र ग्रहण 16 जुलाई और 17 जुलाई की मध्यरात्रि 1:30 बजे से शुरू होकर सुबह 4:30 बजे तक लगेगा। शास्त्रों के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण से नौ घंटे पहले शुरू हो जाता है। ऐसे में 16 जुलाई को शाम 4:30 बजे से इस ग्रहण का सूतक शुरू होगा। गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण का लगना वर्षों बाद ऐसा संयोग लेकर आ रहा है। ऐसे में ग्रहण की वजह से सूतक काल से पहले ही गुरु पूर्णिमा की पूजा कर ली जाएगी। सूतक काल लगते ही मंदिरों के कपाट भी बंद हो जाएंगे।
इसलिए लगता है चंद्र ग्रहण
पंडित वासुदेव ने बताया कि जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है। यही स्थिति चंद्रग्रहण कहलाती है। उन्होंने बताया कि यह ग्रहण इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है। ज्योतिष के मुताबिक इस ग्रहण का विभिन्न राशियों पर शुभ-अशुभ फल प्रभाव अवश्य पड़ता है।
ग्रहण के समय बरतें ये सावधानी
पंडित प्रेम शर्मा के अनुसार ग्रहण के सूतक व ग्रहण काल में स्नान दान, जाप पाठ, मंत्र स्तोत्र, पाठ मंत्र सिद्धि, तीर्थ स्थान, ध्यान आदि कार्य करना कल्याणकारी होता है। वहीं इस दौरान मूर्ति स्पर्श करना, अनावश्यक खाना पीना वर्जित है। गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण काल में विशेष ध्यान रखना होता है। ग्रहण की तरह गर्भवती स्त्रियों को नुकीली चीजों जैसे चाकू कैंची सुई व अग्नि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
दान का है विशेष महत्व
पंडित राधे शाम ने बताया कि ग्रहण के दिन सूर्यास्त से पहले जातक को अपनी राशि अनुसार अन्न, जल, चावल, सफेद वस्त्र, चीनी आदि दान योग्य वस्तुओं का संग्रह करके संकल्प करना चाहिए। अगले दिन सुबह सूर्योदय के समय स्नान करके संकल्प पूर्व योग्य ब्राह्मण को दान अवश्य देना चाहिए।