नगर निगम की तैयारियों पर पानी फेर रहे कूड़ा कलेक्टर, कर रहे यह काम Ludhiana News
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की मॉनेटरिंग कमेटी पहले शहर में आकर कूड़ा प्रबंधन की जायजा ले चुकी है। इस दौरान टीम ने निगम अफसरों से कूड़ा प्रबंधन के लिए एक्शन प्लान मांगा था।
लुधियाना, जेएनएन। कूड़ा सेग्रीगेशन के लिए नगर निगम डेडलाइन से पहले जोरों-शोरों से काम तो करने में जुट गया है। पर उनकी इस योजना पर घर-घर जाकर कूड़ा-कचरा कलेक्ट करने वाले पानी फेर रहे हैं। नगर निगम ने लोगों से अपील की थी कि वे अपने घरों में सूखा-गीला कूड़ा अलग-अलग रखें और कूड़ा कलेक्टरों को भी उसी तरह ही दें।
वहीं निगम ने इन सभी कूड़ा कलेक्टरों को स्पष्ट कहा है कि वे घरों से सूखा-गीला कूड़ा अलग-अलग ही लें, नहीं तो उन्हें डंपों पर मिक्स कूड़ा नहीं फेंकने दिया जाएगा। पर निगम की यह योजना पूरी तरह से लागू होती नजर नहीं आ रही। लाखों घरों तक निगम की पहुंच सुनिश्चित नहीं है। ऐसे में उन्होंने इन कूड़ा कलेक्टरों के जरिये ही लोगों को कूड़ा सेग्रीगेशन के बारे में जागरूक करने का कुछ जिम्मा सौंपा है।
कूड़ा सेग्रीगेशन पर अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) नगर निगम को मोहलत देने को तैयार नहीं है। निगम ने अपने स्तर पर कूड़ा सेग्रीगेशन को लेकर तैयारियां कर ली। सेग्रीगेशन के लिए निगम ने 31 जुलाई डेडलाइन तय की है पर कूड़ा कलेक्टरों ने अभी तक अपने रेहड़ों को भी सेग्रीगेशन के लिए तैयार नहीं किया। कलेक्टर सेग्रीगेशन के बिना ही कूड़ा सेकेंडरी डंप तक पहुंचा रहे हैं। इस वजह से सेकेंडरी डंपों पर निगम की तैयारियां धरी की धरी रह रही हैं। निगम ने अब डंप पर अपने कर्मचारी बैठा दिए और कलेक्टरों से वहीं पर गीला व सूखा कूड़ा अलग-अलग करवा रहे हैं।
निगम ने शहर के सभी सेकेंडरी कूड़ा डंपों पर गीले व सूखे-कूड़े के लिए अलग-अलग जगहों को फिक्स कर दिया है। इसके लिए बाकायदा सेकेंडरी डंपों पर बोर्ड भी लगा दिए हैं लेकिन कूड़ा कलेक्टरों की लापरवाही के कारण निगम को दिक्कतें आ रही हैं। जीटी रोड पर कैलाश नगर चौक, बस्तीजोधेवाल व शक्ति नगर में बने डंपों पर कूड़ा कलेक्टर मिक्स कूड़ा लेकर आ रहे हैं। बस स्टैंड आरओबी के नीचे बने कूड़ा डंप में भी ज्यादातर कलेक्टर बिना सेग्रीगेशन के कूड़ा ला रहे हैं। हालांकि वहां पर मौजूद निगम कर्मी उनसे कूड़ा अलग-अलग करवा रहे हैं। इसके अलावा जवाहर नगर कैंप में सूखे और गीले कूड़े को अलग-अलग रखा गया। वहीं निगम अफसरों ने अब कलेक्टरों को साफ कह दिया कि उन्हें अब बिना सेग्रीगेशन के कूड़ा गिराने नहीं दिया जाएगा।
डेडलाइन खत्म होने के बाद एनजीटी की टीम लेगी जायजा
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की मॉनेटरिंग कमेटी पहले शहर में आकर कूड़ा प्रबंधन की जायजा ले चुकी है। इस दौरान टीम ने निगम अफसरों से कूड़ा प्रबंधन के लिए एक्शन प्लान मांगा था। एक्शन प्लान में ही निगम ने 31 जुलाई तक शहर में कूड़ा सेग्रीगेशन पूरी तरह लागू करने की बात कही थी। मॉनिटरिंग कमेटी ने अफसरों को साफ कह दिया था कि डेडलाइन के बाद वह शहर का जायजा लेने आएंगे और तब तक सेग्रीगेशन पूरी तरह लागू नहीं हुआ तो निगम अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कूड़ा कलेक्टरों को दिए गए हैं निर्देश
निगम के स्तर पर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। निगम कमिश्नर खुद इस पूरे मामले को लेकर गंभीर हैं। कूड़ा कलेक्टरों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्दी से जल्दी अपने रेहड़ों को दो हिस्सों में बांट दें और घर से कूड़ा अलग-अलग करके लाएं। अब हमने अपने कर्मचारी भी तैनात कर दिए हैं। कूड़ा कलेक्टरों को डंप पर मिक्स कूड़ा नहीं फेंकने दिया जाएगा।
-नीरज जैन, जोनल कमिश्नर व इंचार्ज हेल्थ ब्रांच नगर निगम।